शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चुनाव 12 नवंबर को हो चूका है। सभी 412 उम्मीदवारों का भविष्य EVM में कैद है। चुनावी परिणाम अभी 8 दिसंबर को आने हैं। लेकिन परिणाम आने से पहले ही भाजपा ने आगामी रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया है। परमाणु में भाजपा चुनावी परिणामों को लेकर मंथन कर रही है। क्योंकि इस बार टिकट न मिलने से नाराज भाजपा के ही 21 बागी चुनाव लड़ रहे हैं। इससे आधे कांग्रेस के बागी हैं। जो भाजपा एवं कांग्रेस का सत्ता तक पहुंचने का खेल बिगाड़ सकते हैं।
यह भी पढ़ें : राज्यपाल ने अनाथ बच्चों-रोगियों में बांटे संवेदना किट और निःक्षय किट
ऐसे में भाजपा की निर्दलीयों पर पैनी नज़र है, ताकि पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में निर्दलीयों को अपने पाले में किया जा सके और मिशन रिपीट के सपने को को पूरा किया जा सके। कुछ निर्दलीय तो मतदान के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उनके निवास स्थान में मिल भी चुके हैं। भाजपा रिवाज बदलने की बात के साथ आत्मविश्वास से इसलिए भी भरी हुई है कि अपने बागियों के अपने ही पाले में आने की उम्मीद पाले बैठी है। इसी को लेकर भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक आज परमाणु में आयोजित की जा रही है।