उज्जवल हिमाचल। नगरोटा बगवां
सीबीएसई द्वारा दसवीं और बारहवीं कक्षा का परिणाम घोषित किया गया। जिसमें नगरोटा बगवां के प्रतिष्ठित विद्यालय ग्रीन फील्ड वरिष्ठ माध्यमिक का परिणाम हर बार की तरह इस बार भी शत-प्रतिशत रहा। बारहवीं कक्षा के विज्ञान संकाय की छात्रा, सुहाना ने 97 फीसदी अंक लेकर जिला के सभी विद्यालयों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। निताली धर ने 95 फीसदी अंक लेकर द्वितीय स्थान तथा कनव ने 94 फीसदी अंक लेकर तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा के अन्य विद्यार्थियों में रश्मि ने 93 प्रतिशत, दीपांशी ने 93 प्रतिशत, शगुन कौंडल ने 92 प्रतिशत, ज्योत्सना शर्मा ने 90 प्रतिशत, कनिका ने 90 प्रतिशत, आर्यन जरियाल ने 90 प्रतिशत, खुशबू ने 89 प्रतिशत, मुस्कान, अर्श गुप्ता, तनिष व श्रेया कटोच ने 88 प्रतिशत अंक हासिल किए। कक्षा के सभी विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में अंक प्राप्त किए। 22 विद्यार्थियों ने अंग्रेजी विषय में, रसायन विज्ञान में 18, जीव विज्ञान में 12, आईपी में 1 तथा भौतिक विज्ञान में विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।
इसी तरह विद्यालय के दसवीं कक्षा का परिणाम भी शत-प्रतिशत रहा। विद्यालय की प्रियांशी कायस्था ने 97 फीसदी अंक लेकर प्रथम, अनुष्का 96.2 प्रतिशत अंक लेकर द्वितीय तथा कशिश भारद्वाज व अनीश उपाध्याय ने 95 प्रतिशत अंक लेकर तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रांजल शमी तथा कनिष्क ने 94 प्रतिशत, तन्मय ने 93 प्रतिशत, अक्षित, विक्रांत, आंशिका ने 92 प्रतिशत, आदित्य बेदी, हिमांशु भाटिया, अमान शर्मा, अक्षरा शर्मा, अंबिका, अर्णव वालिया, आरुष चौधरी ने 91 प्रतिशत व अंकिता ने 90 प्रतिशत अंक लेकर विद्यालय तथा अभिभावकों का नाम रोशन किया। दसवीं कक्षा में हिंदी विषय में 61 विद्यार्थियों ने, अंग्रेजी विषय में 19, सामाजिक विज्ञान में 20 गणित ने 15 विज्ञान में 15 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।
विद्यार्थियों की इस उत्कृष्ट उपलब्धि पर विद्यालय के प्रधानाचार्य सुधांशु शर्मा ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की कठोर मेहनत और लगन से ही उन्हें सफलता प्राप्त हुई है। विद्यार्थियों के अभिभावक अपने बच्चों की इस उत्कृष्ट अभिभावकों के उपलब्धि से गद्गद हो उठे। अनुसार ग्रीन फील्ड विद्यालय ही शहर का एक मात्र विद्यालय है जहां प्रधानाचार्य के मार्गदर्शन तथा प्रशिक्षित अध्यापकों के निर्देशन के द्वारा ही उनके बच्चे इस मुकाम पर पहुंचे हैं।