विश्वविख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में आज से शुरू हुए गुप्त नवरात्रे

पंकज शर्मा। ज्वालामुखी 

विश्वविख्यात ज्वालामुखी मंदिर में आज आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रे शुरू हो गए हैं जो कि 10 फरवरी तक चलेंगे। आज गुप्त नवरात्रि का विधिवत आरंभ आचार्य मन्दिर न्यास सदस्य पुजारी मधुसूदन शर्मा, पुजारी प्रशांत शर्मा द्वारा विधिवत पूजा अर्चना से किया गया। इसके साथ ही पुजारी वर्ग और विद्वान पंडितों को माता के जप पाठ का विधिवत संकल्प भी दिलवाया गया। मन्दिर अधिकारी दीनानाथ यादव ने भी कन्या पूजन कर गुप्त नवरात्रि का आगाज किया।

इस उपलक्ष्य पर पुजारी बर्ग विश्व कल्याण और विश्व शांति व वैश्विक महामारी के नाश के लिए सोशल डिस्टनेंस में जप, पूजा व पाठ लगातार 8 दिन तक करेंगे। गुप्त नवरात्रों के दौरान विश्व शांति व विश्व कल्याण के लिए मां ज्वाला के मूल मंत्र, बटुक भैरव, गणपति, गायत्री व अन्य जप व पाठ किए जाएंगे। मन्दिर न्यास व पुजारी महासभा द्वारा प्राचीन परंपराओं को बरकरार रखा गया है। मन्दिर न्यास सदस्य पुजारी प्रशांत शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि परम्परा के अनुसार गुप्त नवरात्रों में पूजा, जप व पाठ विश्व कल्याण व वैश्विक महामारी के नाश के लिए किया जाएगा। सोशल डिस्टनेंस अपनाते हुए पुजारी वर्ग जप, पाठ व अनुष्ठान करेंगे और प्रसाशन द्वारा दिये गए नियमो व दिशा निर्देश के तहत ही सभी कार्य सम्पन्न होंगे।

मन्दिर अधिकारी दीनानाथ यादव ने बताया कि माघ मास के गुप्त नवरात्र प्राचीन परम्पराओ को निभाते हुए शुरू हो गए हैं, और विश्व कल्याण हेतु सभी पुजारी वर्ग लाखो की संख्या में जप, पाठ करेंगे।

उन्होंने बताया कि हिन्दू धर्म में नवरात्र मां दुर्गा की साधना के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण माने जाते हैं। नवरात्र के दौरान साधक विभिन्न तंत्र विद्याएं सीखने के लिए मां भगवती की विशेष पूजा करते हैं। तंत्र साधना आदि के लिए गुप्त नवरात्र बेहद विशेष माने जाते हैं। माघ मास व आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली नवरात्र को गुप्त नवरात्र कहा जाता है।