ब्रेकिंग : फंदे पर झूली बीमारी से तंग आ चुकी विवाहिता

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

जिला मंडी के सुंदरनगर उपमंडल में एक 31 वर्षीय विवाहिता ने किडनी रोग से तंग आकर फंदा लगाकर अपनी ईहलीला समाप्त कर ली। मृतका पिछले काफी लंबे समय से किडनी खराब होने के कारण डायलिसिस पर निर्भर थी और इसका ईलाज सरकारी तौर पर पीजीआई और आईजीएमसी शिमला में चला हुआ था। मृतका ने अपना डायलिसिस करवाने के लिए परसों सोमवार को आईजीएमसी शिमला जाना था। लेकिन इससे पहले ही उसने घर में छत पर लगे पंखे की हुक से दुप्पटा बांध कर मौत को गले लगा दिया। वहीं मौके से पुलिस को मृतका का सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। मामले की सूचना मिलते ही बीएसएल पुलिस थाना टीम थाना प्रभारी प्रकाश चंद मिश्रा की अगवाई में मौके पर जाकर जांच शुरू कर दी।

जानकारी के अनुसार मृतका सुनीता देवी पत्नी हुसन लाल गांव नाटन डाकघर स्यांजी तहसील सुंदरनगर जिला मंडी पिछले लंबे समय से किडनी रोग से ग्रस्त थी। वह डायलिसिस के सहारे अपनी जिंदगी काट रही थी और इसका ईलाज पीजीआई और आईजीएमसी शिमला में चल रहा था। उसका पति टेलिरिंग का काम करता है और इस परिवार की माली हालत भी ठीक नहीं थी।

मामले की पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी प्रकाश चंद मिश्रा ने कहा कि मृतका सुनीता देवी ने छत लगी पंखे की हुक से दुप्पटा बांधकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने कहा कि मौके से मृतका का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या करने का कारण किडनी की लंबी बीमारी से ग्रसित होना प्रतीत हो रहा है। मिश्रा ने कहा कि मामले में सीआरपीसी की धारा 174 में प्राथमिक दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया जाएगा।