डलहौजी से खजियार मार्ग पर जाम बना पर्यटकों का सिर दर्द

तलविंदर सिंह। बनीखेत

पर्यटन नगरी डलहौजी में सुकून के कुछ पल गुजारने की पर्यटकों की चाहत आसानी से पूरी नहीं हो पाती वजह साफ़ है कि हिमाचल के जिला चंबा को जोड़ने वाली ग्रेफ प्रबंधन के अधीन आने वाली चक्की से दुनेरा सड़क सफर की थकान को ओर ज्यादा बढ़ा देती है। यह बात पर्यटन निगम के पूर्व निदेशक एवं तीन बार डलहौजी नगर परिषद के पार्षद रह चुके आशीष चड्डा ने कहते हुए कहा है कि अब उक्त सड़क की हालत कुछ ऐसी है कि हर एक कदम पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे उभर आए हैं। मुख्य मार्ग की ऐसी जर्जर हालत विभागीय उदासीनता को दर्शाता है।

यही नहीं हिचकोले खाने वाला सफर यहीं खत्म नहीं होता इसके बाद डलहौजी–लक्कड़ मंडी सड़क जो कि ग्रेफ के अधीन है। सड़क की हालत दयनीय हो गई है, मगर सड़क की हालत को सुधारने के लिए ग्रेफ प्रबंधन कोई ध्यान नहीं दे रहा। इस कारण सड़क की हालत खस्ता होती जा रही है। सड़क की तारकोल पूरी तरह से उखड़ चुकी है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हैं। ऐसा ही चलता रहा, तो देश विदेश से आने वाले पर्यटक डलहौजी के नाम पर तौबा करेंगे। ताजा मामले में धुपघड़ी नामक स्थान पर ग्रेफ प्रबंधन द्वारा लगाया गया अस्थाई बैरियर नव वर्ष मनाने आ रहे पर्यटकों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है।

ग्रेफ प्रबंधन द्वारा डलहौजी-खजियार सड़क मार्ग पर धुपघड़ी से आगे डंगे के निर्माण कार्य का तर्क देकर यहां बर्फ का दीदार करने आ रहे पर्यटकों को फिलहाल उनकी परेशानी पर छोड़ दिया गया है। नतीजन पर्यटकों को भारी समस्या से जूझना पड़ रहा है। हालांकि पुलिस प्रशासन को यातायात बहाली के लिए खूब पसीना बहाना पड़ रहा है। लिहाजा ऐसी स्थिति में पर्यटकों को सड़क पर आवाजाही करने में परेशानी आ रही है।

इससे पर्यटक डलहौजी आने के बाद कटु अनुभव लेकर अब मुंह मोड़ने लगे हैं, जिसका खामियाजा पर्यटन कारोबारियों को भुगतना पड़ रहा है। आशीष चड्डा ने ग्रेफ प्रबंधन को मीडिया के माध्यम से चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर ग्रेफ प्रबंधन इसी तरह उदासीन रवैया अपनाते हुए उक्त सड़कों की मुरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाता, तो वह जन प्रतिनिधियों और लोगों के साथ मिलकर कानूनी कार्यवाही करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।