परिवार के पालन-पोषण के लिए सरकार से मांगी मदद

सुरेंद्र मिन्हास। फतेहपुर
सड़क दुर्घटना होने कारण पिछले दो साल से चारपाई पर पड़े विकास खंड फतेहपुर की पंचायत मिन्ता के उत्तम सिंह को अभी तक किसी भी तरह की कोई मदद न मिल पाई है। बता दें पंचायत मिन्ता का उत्तम सिंह शादी के बाद अपने ससुराल पंचायत लरहूं के गांव बनकड़ोली में ही रह रहा है।

दो साल पहले सड़क दुर्घटना में अपाहिज हो गया था मिन्ता को उत्तम

अच्छी सेहत रखने वाला उत्तम कहीं प्राइवेट नौकरी करते हुए अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था कि करीब दो वर्ष पूर्व जसूर -तलवाड़ा मार्ग पर धमेटा के समीप बाइक पर जा रहे उत्तम सिंह को किसी गाड़ी ने टक्कर मार दी, जिस कारण वह सड़क किनारे बेहोशी की हालत में गिर पड़ा और करीब 4 घंटे वहीं पर पड़े रहने के कारण उसके शरीर से बहुत सा खून बह गया। जब उसके ससुराल वालों को इसकी जानकारी मिली तो वे उसे पठानकोट के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां पर उसके इलाज में करीब पांच लाख रुपए खर्च आया। उत्तम सिंह की जान तो बच गई, लेकिन आगामी करीब 2 माह तक वह घर में ही बेसुध पड़ा रहा। मौजूदा समय में वह बैठकर खाना खाने के काबिल तो हो गया है, लेकिन उसके शरीर की एक साइड बिल्कुल बेकार हो गई। इतना सब होने के बावजूद दो नन्ही बेटियों के इस अभागे पिता को अभी तक कोई सहायता नहीं मिल पाई है। पीडि़त ने बताया लोगों की मेहरबानी से उसके परिवार को दो वक्त की रोटी नसीब हो रही है, लेकिन कब तक उसे यह सहायता मिलेगी। उसने सरकार व प्रशासन से मदद को गुहार लगाई ताकि वह अपनी दोनो बेटियों को अच्छी शिक्षा दिला सके।

इस बारे में वार्ड बनकड़ोली सदस्य पुष्पिंदर जसरोटिया ने बताया कि उक्त पीडि़त परिवार पंचायत मिन्ता में दर्ज है इसलिए हमारी पंचायत कोई मदद नहीं कर पाई। उन्होंने बताया कि अब इस परिवार को लरहूं पंचायत में दर्ज करवाने की प्रक्रिया चली हुई है। जैसे ही यह परिवार लरहूं पंचायत में दर्ज हो जाएगा। इन्हें कोई न कोई लाभ दिलवा दिया जाएगा।
वहीं पंचायत सचिव मिन्ता बलभूषन ने कहा उक्त परिवार पंचायत लरहूं में ही रहता है व पंचायत मिन्ता में कभी किसी भी तरह की राहत के लिए आया ही नहीं। उन्होंने बताया कि अब इस परिवारने लरहूं पंचायत में शामिल होने के लिए एनओसी ले गया है।