बाबू जी धीरे चलना! यहां सड़क में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में है सड़क

शैलेश शर्मा। चंबा

वैसे तो प्रदेश सरकार पर्यटक को बढ़ावा देने नीत नई योजनाओं को बनाने में जुटी हुई है तो वहीं पर्यटक स्थल डलहोजी और विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल खजियार की बात करे तो इन पर्यटक स्थल में पहुंचने सेलानियो को जिंदगी और मोत का फासला तह करके ही इन स्थानों में पहुंचा जाया सकता है। बताते चले कि दोनों पर्यटक स्थल की सड़के जिनकी से लंबाई कुछ ही किलोमीटर तक की है परन्तु जगह-जगह से टूटी हुई है। सड़क और सड़क में पड़े गहरे गड्डों के कारण 18,से 20, किलोमीटर की दूरी तह करने के लिए सैलानियों को अपनी ही गाड़ी में घंटों लग जाते हैं और उपर से इन उखड़ी सड़कों में जान का खतरा अलग से बना रहता है।

वहीं, बाहर से आने वाले सैलानियों की माने तो प्रदेश सरकार ने जगह जगह टोल टैक्स बैरियर को लगा रखा है। जिस पर से आने वाले सैलानियों से भरकम टैक्स वसूला जाता है पर सहूलियत के नाम पर वही टूटी-फूटी गड्ढे भरी सड़कें ही देखने और चलने को मिलती है।

गौरतलब है कि पर्यटक स्थल डलहौजी और विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल खजियार की बात करें तो इन पर्यटक स्थल में हर वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। जिनमे अपने देश के अलावा विदेशीक पर्यटक भी इस खूबसूरत नगरी को देखने को आते हैं। जोकि इस स्थान को अच्छा तो कहते हैं पर सड़कों को लेकर उन लोगों का यही कहना होता है एक बार तो जैसे-तैसे यहां तक पहुंच गए हैं पर दोबारा कभी भी इस जगह पर नहीं आयेंगे। वहीं, यहां के लोग प्रदेश सरकार से इस पर्यटक स्थल में सड़कों की बिगड़ी हालत को सुधारना की मांग कर रहे हैं।