उज्जवल हिमाचल। शिमला
हिमाचल प्रदेश में शिक्षकों के खाली पड़े पदों को चरणबद्ध तरीके से भरने की कवायद के बीच पारिश्रमिक आधार पर शिक्षकों के 3,104 पदों को भरने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। प्रस्ताव तैयार कर शिक्षा विभाग ने सरकार को भेज दिया है। अब इस प्रस्ताव को वीरवार को होने वाली कैबिनेट सब कमेटी की बैठक के समक्ष पेश किया जाएगा।
प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर आगामी समय में खाली पड़े शिक्षकों के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। दूरदराज व जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग ने यह ड्राफ्ट तैयार किया है। इसके तहत टीजीटी, शास्त्री, ड्राइंग मास्टर, भाषा अध्यापक व जेबीटी के पदों को भरा जाएगा।
पारिश्रमिक आधार पर 3 वर्ष के अनुबंध पर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। यहां बता दें कि बीते मंगलवार को हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में शिक्षा विभाग में शिक्षकों के खाली पड़े करीब 16 हजार पदों को चरणबद्ध तरीके से भरने का निर्णय लिया है और इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने चरणबद्ध भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए यह प्रस्ताव भी सरकार को भेजा है।
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ये रहेगी शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभिक शिक्षा निदेशक/उच्च शिक्षा निदेशक और प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक भर्ती प्रक्रिया के तहत पदों को विज्ञापित करेंगे। विज्ञापन को विभाग की वैबसाइट पर भी अपलोड करना होगा। इसके बाद विज्ञापित पद पर उम्मीदवारों को 15 दिनों में आवेदन करना होगा।
इसके बाद जिला कैडर पदों के लिए इवैल्यूएशन संबंधित प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक करेंगे जबकि स्टेट कैडर पदों के लिए इवैल्यूएशन निदेशक उच्च शिक्षा/निदेशक प्रारंभिक शिक्षा करेंगे। चयन प्रक्रिया के दौरान दस्तावेजों की वैरीफिकेशन व अंकों का मूल्यांकन करते हुए परिणाम घोषित किया जाएगा। इसके बाद ज्वाइनिंग के दौरान शेष औपचारिकताओं को पूरा किया जाएगा।
100 से अधिक विद्यार्थी होने पर भरे जाएंगे ड्राइंग मास्टर के पद
सरकार के निर्देशों के अनुसार सरकारी मिडल स्कूलों में 100 से अधिक विद्यार्थी होने पर ड्राइंग मास्टर के पद भरे जाएंगे। वर्तमान में ड्राइंग मास्टर के 881 पद और पीईटी के 947 पद खाली हैं और उन्हें पूल में रख लिया गया है। इस भर्ती के तहत एक साल के भीतर सरकारी कोष पर इन पदों को भरने पर 74.90 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा।