पेयजल व सिंचाई की सुचारू व्यवस्था के लिए डीसी ने दिए निर्देश

उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला

उपायुक्त कांगड़ा डा निपुण जिंदल ने जिला में गर्मियों में पेयजल तथा सिंचाई की उपयुक्त व्यवस्था करने के लिए विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी स्तर पर आम जनमानस तथा किसानों को परेशानी नहीं हो। इसके साथ ही वनों में आग से बचाव के लिए भी प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागर में सूखे से निपटने की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि जिला के विभिन्न क्षेत्रों में खराब हैंडपंप्स की मरम्मत करवाने तथा पेयजल स्रोतों के उचित रखरखाव के लिए कारगर कदम उठाए जाएं तथा इंदौरा इत्यादि क्षेत्रों में पेयजल की समुचित व्यवस्था के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं ताकि सूखे की स्थिति में लोगों को पेयजल की कमी से नहीं जुझना पड़े।

उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बारिश नहीं होने के कारण फसलों को हुए नुक्सान की नियमित तौर पर रिपोर्ट तैयार करें तथा किसानों को फसल बीमा योजना के बारे में भी जागरूक करें ताकि नुक्सान की स्थिति में किसानों को बीमा योजना के माध्यम से लाभांवित किया जा सके।

उपायुक्त ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग को भी उचित मूल्य की दुकानों तथा गोदाम में प्रचुर मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि गर्मियों में वनों में आग की घटनाओं में भी बढ़ोतरी होने की आशंका बनी रहती है इस के लिए वन विभाग द्वारा फोरेस्ट टास्क फोर्स गठित की गई है इसके साथ ही फायर वालंटियर भी तैयार किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि शहरों में फायर हाइड्रेंटस भी सही स्थिति में तैयार रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही दमकल विभाग को वन विभाग के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए भी कहा गया है ताकि आग की घटनाओं पर तुरंत प्रभाव से काबू पाया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्लान तैयार किया गया है।

इसके साथ ही कंट्रोल रूम को सुचारू रूप से संचालित किया जाए ताकि उनके माध्यम से भी आगजनी की घटनाओं की जानकारी भी राहत के कार्यों को तुरंत प्रभाव से किया जा सके। उन्होंने कहा कि वनों की आग लगने पर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश भी दिए गए हैं ताकि जंगलों में पौधों तथा वन्य प्राणियों को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को सामुदायिक अस्पताल स्तर पर आपातकालीन टीम गठित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

इसके साथ ही एंटी रैबिज, एंटी स्नेक की वैक्सीन भी प्रचुर मात्रा में स्टोर में रखने के लिए कहा गया है ताकि आपात स्थिति में उपयोग की जा सके। इस अवसर पर एडीएम रोहित राठौर, एएसपी बद्री, उपमंडलाधिकारी, एसई आईपीएच रोहित दुबे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।