व्यायाम की कमी हृदय रोग के लिए एक बड़ा खतरा: डॉ. कविता त्यागी

उज्जवल हिमाचल। जवाली

अपने हृदय के स्वास्थ्य की देखभाल करने में कोई देरी नहीं हुई है, चाहे आप बूढ़े हों या युवा, यह महत्वपूर्ण है कि आप एक ऐसी दिनचर्या का पालन करें जो स्वस्थ हृदय को प्रोत्साहित करती है और हृदय रोगों की शुरुआत को रोकती है। इसका मतलब उचित विकल्प और स्वस्थ आदतें बनाने से है जो कि आपके जीवन के बाकी समय में आपके साथ रहेंगी। हृदय स्वास्थ्य युक्तियां आपको अपने जीवन के किसी भी उम्र में हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करेंगी। जिसको लेकर उज्जवल हिमाचल ने सर गंगाराम अस्पताल में कार्यरत सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट: डॉ कविता त्यागी से ह्रदय रोगों बारे विशेष बातचीत की।

प्रश्न 1. क्या महिलाओं में ह्रदय रोग पुरुषों की तुलना में कम होता है ?
उत्तर :-हृदय रोग पुरुषों और महिलाओं दोनों का नंबर वन मृत्यु का कारण है। महिलाओं में हृदय रोग का उपचार और अल्प निदान महिलाओं में अधिक मृत्यु दर में बढ़ोतरी करता है

प्रश्न 2. महिलाओं से संबंधित विशेष समस्याएं क्या क्या होती हैं?
उत्तर :-महिलाओं में गर्भावस्था में प्री-एक्लेमप्सिया, एक्लम्पसिया, गर्भकालीन मधुमेह, गर्भकालीन उच्च रक्तचाप, कैंसर के उपचार का इतिहास, अवसाद और तनाव, पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी, आघात का इतिहास आदि बीमारियां पाई जाती है प्री-एक्लेमप्सिया में मधुमेह विकसित होने की 3.8 गुना अधिक संभावना होती है,जबकि उच्च रक्तचाप के 11.6 गुना अधिक होने की संभावना है और गर्भावधि में मधुमेह महिलाओं में 70% तक विकसित होने की संभावना होती है।

प्रश्न 3 मधुमेह का महिला के हृदय स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर :-डायबिटीज पीड़ित महिलाओं में कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा डायबिटीज के बिना महिलाओं की तुलना में 5.4% होता है इसलिए महिलाओं को बीमारी के बचाव और उपचार के बारे में अधिक सावधान रहने की जरूरत है।और समय समय पर अपना चैकउप करवाते रहना चाहिए

प्रश्न 4. महिलाओं व पुरषों में कोरोनरी धमनी रोग के कारणों व रिस्क फैक्टर में क्या अंतर है…
उत्तर :-महिलाओं में रक्त कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि, ट्राइग्लिसराइड्स में वृद्धि, अधिक शारीरिक निष्क्रियता, अधिक वजन जैसी आम समस्याएं पाई जाती है जोकि हार्ट अटैक को बढ़ावा देती है हमारे समाज में आमतौर पर महिलाओं को पोषण, व्यायाम और वजन नियंत्रण के बारे आवस्यकता नहीं बताई जाती है जितना पुरषों को!

प्रश्न 5 धूम्रपान का महिलाओं के ह्रदय पर क्या प्रभाव होता है?
उत्तर :-धूम्रपान करने वाली महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा छह गुना बढ़ जाता है। महिलाओं को धूम्रपान से किसी भी उम्र में हार्ट अटैक का खतरा पुरषों से अधिक होता है
प्रश्न. 6 महिलाओं के हृदय को स्वस्थ रखने में व्यायाम की क्या भूमिका है :
उत्तर :-व्यायाम की कमी हृदय रोग के लिए एक बड़ा खतरा माना जाता है अतः अधिक सक्रिय लोगों की तुलना में निष्क्रिय लोगों में हृदय रोग विकसित होने की संभावना दोगुनी होती है। शारीरिक गतिविधि( व्यायाम) वजन, रक्तचाप और मधुमेह को कंट्रोल करने में मदद करती है। सभी महिलाओं को हृदय की स्वस्थ रखने के लिए 20-30 मिनट प्रतिदिन व 3-5 बार हर हफ्ते व्यायाम करना चाहिए

प्रश्न:-7 कोरोनरी आर्टरी डिजीज के विशेष लक्षणों में महिलाओं व पुरषों में क्या अंतर पाया जाता है ?

उत्तर :- पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कोरोनरी आर्टरी डिजीज के इलाज में अधिक कठिनाई होती है। महिलाओं में होने पर हार्ट अटैक के अधिक गंभीर परिणाम होते हैं। कोरोनरी आर्टरी डिजीज से अचानक मरने वाली 63% महिलाओं में कोई पूर्व चेतावनी लक्षण नहीं पाए जाते है। इस प्रकार, कोरोनरी धमनी रोग के लक्षणों की शीघ्र पहचान और सटीक निदान का बहुत महत्व है। लगभग 43% महिलाओं में सीने में दर्द नहीं होता है। सबसे आम लक्षण 58% में सांस फूलना, 43% में थकान और 55% महिलाओं में कमजोरी है। 71% महिलाओं में थकान लक्षण है, जबकि 48% को नींद में दिक्कत हो सकती है और 42% महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने से पहले सांस फूलना लक्षण हो सकता है।

प्रश्न. 8 महिलाओं में ह्रदय रोग पहचानने में (ट्रेडमिल) की क्या भूमिका है?
उत्तर :-ट्रेडमिल पुरुषों में कोरोनरी धमनी रोग की पहचान के लिए 68% से 77% कारगर है, जबकि महिलाओं में ईसीजी की संवेदनशीलता sensitivity और विशिष्टता specificity क्रमशः 61% और 70% है।

प्रश्न 9 पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी क्या है?
उत्तर :-पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी महिलाओं की गर्भावस्था या प्रसव के साथ जुड़ी बीमारी है। इसे हार्ट फेलियर का असामान्य प्रकार भी कहा जा सकता है। यह स्थिति गर्भावस्था के अंतिम महीनों में या शिशु को जन्म देने के पांच महीनों तक होती है। यह हार्ट मसल से जुडी डिजीज है। यह वो स्थिति है जिसमें पीड़ित महिला के हार्ट चैम्बर्स इनलार्ज हो जाता है और मसल्स कमजोर हो जाती हैं।

प्रश्न 10.महिलाओं के ह्रदय रोग में पारिवारिक इतिहास (Family History)की क्या भूमिका है?

उत्तर :-पुरुषों की तरह, महिलाओं को भी हृदय रोग के लिए पारिवारिक इतिहास प्रभावित कर सकता है, खासकर जब एक पिता या भाई को 55 वर्ष की आयु से पहले सीएडी (कोरोनरी आर्टरी डिजीज ) का इलाज किया गया था या 65 वर्ष की आयु से पहले मां या बहन का इलाज हुआ है।

प्रश्न 10. महिलाओं के लिए क्या संदेश है?

उत्तर :-सभी महिलाओं को व्यायाम करना चाहिए, धूम्रपान छोड़ना चाहिए, स्वस्थ आहार खाना चाहिए, कमर 35 इंच रखना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर, डाइबटीज, डिस्लिपिडेमिया और डिप्रेशन का समय पर उपचार करें।