“AAP” ने कोटगढ़ गोली कांड के शहीदों को किया नमन, हरवर्ष 22 जुलाई को मनाएंगे बागवान अधिकार संकल्प दिवस

उज्जवल हिमाचल। शिमला

आज आम आदमी पार्टी ने कोटगढ़ में बने शहीद स्मारक में जाकर गोलीकांड में शहीद हुए बागवानों को श्रद्धांजलि दी। अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे बागवानों पर भाजपा सरकार के समय हुए 22 जुलाई 1990 को हुए गोलीकांड में कोटगढ़ के तीन बागवान गोविंद सिंह, हीरा सिंह और तारा चंद की पुण्यतिथि पर आम आदमी पार्टी के किसान विंग अध्यक्ष अनिंदर सिंह नॉटी ने शहीद स्मारक में जाकर नमन किया। शहीद स्मारक में हवन यज्ञ कर शहीद गोविंद सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती सीता देवी को शॉल टोपी देकर सम्मानित किया गया। आम आदमी पार्टी आज के दिन शहीद दिवस को ”बागवान अधिकार संकल्प दिवस” के तौर पर मनाने का निर्णय लिया। आम आदमी पार्टी आज के दिन संकल्प लिया कि बागवानों की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ेंगें और बागवानों को हक दिलाकर रहेंगें।

अपनी मांगों को लेकर कोटगढ़ में आंदोलन कर रहे बागवानों पर हुए गोलीकांड में शहीद हुए गोविंद सिंह की पत्नी सीता देवी अभी भी अपने पति की शहादत का दर्द सहन कर रही हैं। बागवानों पर हुए गोलीकांड के हालात को बताती हुए सीता देवी के आंसू रुक नहीं रहे थे। सीता देवी को सरकार के इस बात का भी गिला है कि आज तक उनके पति की शहादत का इंसाफ नहीं मिला। जब वो शहीद हुए तो बेटा तीन साल का था और परिवार में आय का कोई साधन नहीं था। मैंने बहुत संघर्ष कर मजदूरी की और बेटे को पढ़ाया। उसके बाद एक स्कूल में नौकरी की। भाजपा के बाद कांग्रेस की सरकार भी बनी और सरकार से कई बार नौकरी की मांग की लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। प्रदेश में 1990 में मुख्यमंत्री शांता कुमार की भाजपा सरकार के समय बागवान अपने मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे। सरकार ने बागवानों की मांग नहीं मानी बल्कि पुलिस फोर्स लगातार आंदोलन कारियों को आवाज को दबाने का प्रयास किया। पुलिस ने आंदोलन कारियों पर डंडे बरसाए और गोलियां चलाईं। इसी गोलीकांड में कोटगढ़ के तीन बागवान गोविंद सिंह, हीरा सिंह और ताराचंद की मौत हो गई थी।

भाजपा सरकार के समय अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे बागवानों पर हुए अत्याचार का कोटगढ़ के बागवानों ने विरोध किया। 1990 में शांता कुमार की भाजपा सरकार के द्वारा किए गए अत्याचार के बारे में आंदोलन में शामिल रहे प्रत्यक्षदर्शी देशराज शर्मा ने कहा कि बागवान अपने मांगों को लेकर शांति पूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे थे। सरकार ने हजारों की संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी थी। आंदोलन कर रहे सैकड़ों आंदोलन कारियों को पुलिस ने घसीटकर बसों में भरा और प्रदेश के अन्य जिलों में लेजाकर छोड़ा। इसी बीच कोटगढ़ में आंदोलन कर रहे बागवानों पर बिना कोई बार्निंग दिए गोली चला दीं। उन्होंने देखा कि पुलिस वाले पेड़ पर चढ़कर गोलियां चला रहे थे। पुलिस की अंधाधुंध फायरिंग में हमारे तीन बागवान साथी शहीद हो गए और कई लोग घायल हुए थे। पुलिस की गोलियों से मारे गए और घायल हुए लोगों को पुलिस वाले ही घसीटकर गाड़ी में भरकर ले गए। इस तरह भाजपा सरकार के समय पुलिस बर्वरता के साथ बागवानों पर अत्याचार किया था। लेकिन हम लोग आंदोलन से पीछे नहीं हटे और आज तक अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

शहीदों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता : अन्निंदर सिंह नौटी

आम आदमी पार्टी किसान विंग द्वारा आज 22 जुलाई को पूरे हिमाचल प्रदेश में किसान बागवान अधिकार संकल्प दिवस के रूप में मनाया। 22 जुलाई 1990 को कोर्टगढ़ में पुलिस फायरिंग में मारे गए बागवान शहीद गोविंद सिंह हीरा सिंह और ताराचंद जी की यादगार स्मारक पर आप किसान विंग इकाई के प्रदेश अध्यक्ष अनिंदर सिंह नॉटी की अगुवाई में आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी जुटे। कोटगढ़ में बने शहीद स्मारक में शहीदों की याद में माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

शहीदों के परिजनों ने साफ शब्दों में कहा कि पिछले 32 वर्षों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की दोनों सरकारों ने उनको पूरी तरह से भुला दिया है और किसी ने आज तक शहीद स्मारक पर आना भी उचित नहीं समझा और अब जब आम आदमी पार्टी ने यह बीड़ा उठाया तब कहीं जाकर यह पार्टियां अपनी लंबी नींद से जागी हैं। शहीदों उनके परिवारों और आंदोलनकारियों को आज तक इंसाफ नहीं मिला जिसके लिए दोनों रिवायती पार्टी बराबर दोषी हैं। इस मौके पर स्थानीय पंचायत प्रधान स्वर्ण चांद भारद्वाज थानेदार पंचायत के प्रधान संदीप सहित अनेक पंचायती राज प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हुए और सभी ने मुक्त कंठ से आम आदमी पार्टी के इस कदम की सराहना की। आम आदमी पार्टी आज के दिन यह संकल्प लेती है कि बागवानों की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ेगी।