उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
जहां प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े-बडे़ दावे करती है जिनकी जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं नागरिक अस्पताल कांगड़ा (Civil Hospital Kangra) की। नागरिक अस्पताल कांगड़ा के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते ही जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ध्यान नहीं देने से मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश सरकार ने एक ओर तो सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करा दी हैं। वहीं, दूसरी और चल रही निःशुल्क जांच योजना का लाभ रोगियों को वंचित रहना पड़ रहा है। कुछ एक मरीज तो होते हैं जो प्राइवेट अस्पताल में अपने स्वास्थ्य की जांच करवा लेते हैं लेकिन कुछ इतने मजबूर हैं कि उनके पास इतने पैसे नहीं कि वह अपने स्वास्थ्य की जांच प्राइवेट अस्पताल में करवा सके। इस कारण उनकी बीमारियों के बढ़ने का खतरा बना हुआ है, तो ऐसे में इनके बिगड़ते स्वास्थ्य का जिम्मेदार कौन होगा।
क्या कहते हैं जांच कराने आए मरीज
स्वास्थ्य की जांच कराने आए कुछ मरीजों का कहना है कि उनके स्वास्थ्य की जांच ना होने के कारण उन्हें निराश घर लौटना पड़ा। मरीजों का कहना है कि हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि हम अपने स्वास्थ्य की जांच किसी महंगे अस्पताल में करा सकें। मरीजों का कहना है कि हमें सुबह ही जांच करवाने के लिए खाली पेट अस्पताल तो बुला लिया गया लेकिन जब जांच करने आए कर्मचारी ने कहा की मशीन तो काम ही नहीं कर रही है इस वजह से हमें निराश घर लौटना पड़ा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मशीन को जल्द से जल्द ठीक करवाया जाए ताकि उन्हें स्वास्थ्य जांच में कोई दिक्कत ना आए।
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इस वजह से नहीं चल पा रही मशीन
बायोकेमिस्ट्री मशीन के कमरे में AC खराब होने की वजह से मशीन काम नहीं कर पा रही है जिस कारण मरीजों की जांचें नही हो पा रही है, जिससे मरीजों को खासी परेशानी हो रही है। इस मशीन के द्वारा मरीजों का लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी), किडनी फंक्शन टेस्ट (टीएफटी), कोलेस्ट्राल की जांच (लिपिड प्रोफाइल), शुगर व शरीर में इंफेक्शन (ईएसआर) आदि जांचें होती हैं, लेकिन मशीन में आई खराबी के कारण यह सभी जांचें पूरी तरह से ठप हो गई हैं। जिसके कारण मरीजों को प्राइवेट सेंटरों का सहारा लेना पड़ रहा है और संचालकों को मुंह मांगी रकम चुकानी पड़ रही है।
क्या कहते हैं एसएमओ कांगड़ा डॉ विवेक करोल
मशीन खराब होने बारे जब एसएमओ कांगड़ा डॉ. विवेक करोल से बात की तो उन्होंने कहा कि मशीन को खराब हुए अभी एक ही दिन हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस कंपनी से यह मशीन लगवाई है उस कंपनी को कह दिया गया है कि जल्द से जल्द इस मशीन को ठीक करवाएं। उन्होंने कहा कि दो-चार दिन में मशीन ठीक हो जाएगी। जिससे कि स्वास्थ्य की जांच कराने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।