हिमाचल के पहाड़ों ने ओढ़ी बर्फ की चादर, 136 सड़कों पर आवाजाही बंद

उज्जवल हिमाचल। शिमला

हिमाचल प्रदेश में पर्यटन नगरी मनाली, सोलंगनाला और चंबा के पांगी में सोमवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ है। राजधानी शिमला में दोपहर बाद बर्फ के फाहे गिरे जबकि निचले इलाकों में बारिश हुई है। शिमला के बालूगंज और टुटू में भारी ओलावृष्टि हुई है। इससे शिमला-मंडी हाईवे करीब तीन घंटे तक बाधित रहा, जिससे लंबा जाम लग गया। ताजा हिमपात और बारिश से प्रदेश भर में तीन नेशनल हाईवे और 136 सड़कें बंद हैं। 200 बस रूट बंद होने से मुसाफिरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अकेले लाहौल स्पीति में ही 127 सड़कें बंद हो गई हैं।

अटल टनल रोहतांग से भी आवाजाही ठप है। लाहौल-स्पीति जिले के बाद कुल्लू, शिमला, किन्नौर और चंबा के निचले इलाकों में भी बर्फबारी हुई है। फातरू, कोठी, गुलाबा, नारकंडा, शिकारी देवी, कमरुनाग और कुफरी ने भी बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। पर्यटन स्थलों में बर्फबारी से कारोबारी और सैलानी खुश हैं। हालांकि, प्रदेश भर में कड़ाके की ठंड से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। कल्पा में तो अधिकतम तापमान ही 0.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार मंगलवार को मौसम साफ रहने के आसार हैं। आठ और नौ दिसंबर को कई क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। प्रदेश में 39 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। इसमें 23 सिरमौर, 11 चंबा, तीन मंडी और दो लाहौल में हैं। लाहौल में छह पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।

ऊंचाई वाले इलाकों में हो रही लगातार बर्फबारी के कारण बाहरी राज्यों से लगातार सैलानियों की आमद बढ़ रही है। ऐसे में सैलानी ज्यादा रोमांच के चलते कई बार उन क्षेत्रों का भी रुख करते हैं, जहां जान पर खतरा बना रहता है। सैलानी इस तरह का जोखिम न उठाएं। उपायुक्त ने स्थानीय लोगों से भी बारिश बर्फबारी के बीच दैनिक कार्यों को निपटाने के लिए अनावश्यक जोखिम उठाने से बचने की अपील की है। उपायुक्त ने पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे ऊंचाई वाले अथवा बर्फबारी वाले क्षेत्रों में निजी वाहनों को न लेकर जाएं। साथ ही ट्रैकिंग रूटों पर जाने की भी कोशिश न करें।