जल संरक्षण के महत्व को समझें लोग : उपायुक्त

जिला में सूखे जैसी स्थिति से निपटने के उपायों पर समीक्षा बैठक आयोजित

????????????????????????????????????

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति की अध्यक्षता में आज कैबिनेट हॉल में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें आगामी गर्मियों के मौसम में कांगड़ा जिला में सूखे जैसी स्थिति से निपटने के उपायों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने कहा कि गर्मियों के मौसम में कई बार बारिश की कमी के कारण सूखे जैसे हालात बन जाते हैं और इस स्थिति से निपटने के लिए जल शक्ति विभाग सभी तैयारियां पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि इस मौसम में पेयजल की आपूर्ति सुचारू बनाए रखने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य करेें। विशेषतौर पर पानी की कमी वाले क्षेत्रों के लिए आपूर्ति व्यवस्था और सुद्ढ़ करें, ताकि लोगों को पानी की कमी की समस्या न हो।

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक पेयजल स्रोतों, हैंडपंप एवं बोरवैल इत्यादि को क्रियाशील करने की दिशा में भी कार्य करें। प्राकृतिक जलस्रोतों के पानी की गुणवत्ता जांच करें। उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी पेयजल भंडारण टैंकों की सफाई तथा पानी की क्लोरीनेशन का कार्य पूरा किया जाए, ताकि लोगों को शुद्व पेयजल उपलब्ध हो सके और जल जनित रोगों से भी बचाव किया जा सके। उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग को भी आवश्यक खाद्य वस्तुओं का भंडारण सुनिश्चित करने को कहा।

उपायुक्त ने कहा कि लोगों को पानी के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए खंड स्तर पर अभियान चलाएं और सभी पंचायतों में व्यापक प्रचार-प्रसार लोगों को पानी व्यर्थ में न गंवाने, इसके आवश्यकता से अधिक भंडारण तथा पेयजल का कृषि सहित अन्य कार्यों में उपयोग न करने बारे जागरूक करें। उपायुक्त ने कृषि और बागवानी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौसम संबंधी जानकारी प्रदान करने एवं फसल बुआई इत्यादि के बारे में किसानों-बागवानों को जागरूक करने के लिए निश्चित अवधि में बुलेटिन जारी करना सुनिश्चित करें।

उन्होंने पशुपालन विभाग को चारे इत्यादि की मांग एवं आपूर्ति के बारे में ब्यौरा एकत्र कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने सूखे की स्थिति को देखते हुए चिकित्सा विभाग, वन विभाग, पुलिस विभाग, सूचना एवं जन संपर्क, होम गार्ड व अग्निशमन विभाग सहित अन्य सभी संबंधित विभागों को एहतियाती कदम उठाने को कहा। उन्होंने सभी उपमंडलाधिकारियों (ना.) को निर्देश दिए कि वे अपने उपमंडलों में जल प्रबंधन, पेयजल आपूर्ति सहित किसानों-बागवानों व पशुपालकों की आवश्यकताओं के अनुसार योजनाबद्ध ढंग से सभी प्रबंध समय रहते कर लें। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।