सिद्धांत शर्मा। नूरपुर
एसडीएम डॉ सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि बाहरी राज्यों में फंसे लोगों की दिक्कतों को समझते हुए प्रदेश सरकार के प्रयासों से उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि जो लोग होम क्वारन्टीन किए गए हैं उनका दायित्व बनता है कि वे सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने बताया कि रेड जोन से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वारन्टीन किया जा रहा है, जबकि ऑरेंज और ग्रीन जोन से आने वाले लोगों की गहन चिकित्सा जांच करने के बाद उनमें कोविड-19 के किसी भी प्रकार के लक्षण न पाए जाने पर उन्हें घरों में ही क्वारन्टीन किया जा रहा है।
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उन्होंने बताया कि नूरपूर उपमंडल के तहत रेड जोन से पहुंचे 23 लोगों को जीएसएसएस कंडवाल में 28 दिनों के लिए संस्थागत क्वारन्टीन किया गया है। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों के स्वास्थ्य की समय-समय पर डॉक्टरों द्वारा जांच करने के उपरांत कोविड -19 के किसी तरह के लक्षण न पाए जाने पर उन्हें इससे पहले उनके घरों में भेज कर होम क्वारन्टीन किया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि उपमंडल में अब भी बाहरी राज्यों से पहुंचे 2630 लोग प्रशासन की गहन निगरानी में हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों पर नजर रखने के लिए एक-एक निगरानी अधिकारी तैनात किया गया है।
इसके अतिरिक्त पंचायत सचिव, पटवारी तथा आशा वर्कर की तीन स्तरीय टीम द्वारा भी पूरी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता द्वारा इन लोगों की सेहत की रिपोर्ट लेकर प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग को भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि नियमों को तोड़ने वाले लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के साथ-साथ उन्हें संस्थागत क्वारन्टीन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त उन पर 50 हज़ार रुपए के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने होम क्वारन्टीन किए गए लोगों से नियमों का पूरी सख्ती से पालन करने व आरोग्य सेतु ऐप्प डाऊनलोड करने का भी आग्रह किया है।