डेस्क: 2007 का वो साल जब धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने अनहोनी को होनी में बदल दिया था। जब पहले टी-20 वर्ल्ड कप में एक बेहद ही युवा भारतीय टीम चैंपियन बन गई। लेकिन इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम को टी-20 वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल नहीं हुआ।
2014, 2016 में टीम इंडिया खिताब से चूकी और 2021 में उसका प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा। लेकिन अब टीम इंडिया के पास मौका है एक बार फिर टी-20 चैंपियन बनने का। एक से बढ़कर एक खिलाड़ी हैं, इस टीम में और काबिलित ऐसी है कि कोई विरोधी सामने नहीं ठहरता।
टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का अभियान आज से शुरू होगा। पहला मुकाबला अब से थोड़ी देर बाद चिर-प्रतिद्वन्दी पाकिस्तान के खिलाफ है। लेकिन इस मैच से पहले जान लीजिए भारतीय टीम के बारे में वो सबकुछ जिसके बाद आप भी मानेंगे कि रोहित एंड कंपनी खिताब की सबसे बड़ी दावेदार है।
भारत की ताकत है उसकी बल्लेबाजी
व्हाइट बॉल क्रिकेट के दो सबसे धाकड़ बल्लेबाज टीम इंडिया में ही हैं। कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली इस टीम के तुरुप के इक्के हैं। दोनों ही खिलाड़ी 100 से ज्यादा टी-20 मैच खेल चुके हैं। दोनों का औसत, स्ट्राइक रेट कमाल का है।
रोहित-विराट में अनुभव भी है और फिटनेस भी उनके साथ है। ऐसे में टीम इंडिया को रोक पाना मुश्किल नजर आता है।टीम इंडिया के पास केएल राहुल जैसा ओपनर है जो लगातार बड़े रन बनाने के लिए जाना जाता है। मिडिलऑर्डर में सूर्यकुमार यादव जैसा बल्लेबाज है, जो टी-20 क्रिकेट में 160 के स्ट्राइक रेट से रन बनाता है।
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सूर्यकुमार के पास ऐसे शॉट्स हैं कि उनके खिलाफ फील्डिंग लगाना नामुमकिन है। सूर्यकुमार इस साल अपनी टॉप फॉर्म में भी हैं और इसका सबूत उनकी टी-20 रैंकिंग है। सूर्यकुमार टी-20 रैंकिंग में नंबर-2 पर हैं लेकिन उनकी परफॉर्मेंस लगातार नंबर-1 है।
बतौर मैच फिनिशर दिनेश कार्तिक ने खुद को साबित कर दिया है। वो 10 गेंदों में मैच की दशा और दिशा दोनों बदल सकते हैं। कार्तिक की बल्लेबाजी इतनी बेहतरीन रही है कि उन्होंने पंत जैसे खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठने पर मजबूर किया है।
भारत के पास 2 बेहतरीन ऑलराउंडर
भारत के पास हार्दिक पंड्या और अक्षर पटेल के तौर पर दो बेहतरीन ऑलराउंडर हैं। हार्दिक पंड्या बल्लेबाजी ही नहीं गेंद से भी मैच जिताने का दम रखते हैं। इस साल हार्दिक पंड्या 140 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाने के अलावा बेहतरीन औसत भी बनाए हुए हैं। अक्षर पटेल की बात करें तो उनका इकॉनमी रेट विरोधी पर दबाव बनाता है और इससे दूसरे गेंदबाजों को विकेट लेने में मदद मिलती है।
मजबूत है भारतीय गेंदबाजी
भारत की गेंदबाजी भी कमाल है. बुमराह इस टीम में नहीं हैं। लेकिन यकीन मानें इस टीम की गेंदबाजी फिर भी मौजूद है। भुवनेश्वर कुमार अपनी स्विंग से किसी भी टॉप ऑर्डर को ढेर करने का दम रखते हैं। अर्शदीप ने भी अपनी गेंदबाजी से दिल जीत ही लिया है।
मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वॉर्मअप मैच में साबित कर दिया है कि वो कितने टैलेंटेड गेंदबाज हैं और बुमराह की कमी वो महसूस तक नहीं होने देंगे। स्पिन गेंदबाजी में चहल और अश्विन का अनुभव भारत को बहुत मजबूत बनाता है।
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