इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी का 66 करोड़ से होगा जीर्णोद्धार

आज से काम हुआ शुरू,, तीन सालों में पूरा किया जाएगा जीर्णोद्वार का कार्य

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

शिमला में 1888 में भारत के वाइसराय लॉर्ड डफरीन के घर के रूप बनाए गए भारतीय उच्च अध्यन संस्थान (वाइसरेगल लॉज) की खस्ता हालत में सुधार होने वाला है। क्योंकि इसके जीर्णोद्धार का काम आज से शुरू कर दिया गया है। इसके जीर्णोद्धार के लिए 66 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। पहले चरण में इसके किचन विंग का काम शुरू हुआ है, जिस पर 12 करोड़ ख़र्च किए जाएंगे। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर मकरंद आर परांजपे ने बताया कि किचन विंग के काम को 2022 तक दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जबकि पूरे परिसर का काम 3 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने बताया कि हैरिटेज बिल्डिंग होने के नाते एएसआई की देखरेख में सारा कामकाज होगा, ताकि बिल्डिंग की ऐतिहासिक पहचान को कोई नुकसान न पहुंच सके। उन्होंने बताया कि कारोना काल में 50 फ़ीसदी लेबर के साथ काम शुरू किया गया है। एडवांस स्टडी के निर्माण के बाद पहली बार इस ऐतिहासिक धरोहर का जीर्णोद्धार हो रहा है। क्योंकि भवन के अंदर और बाहर कुछ ऐतिहासिक चीजें हैं, जिनको रिपेयर किया जाएगा। इस भवन का निर्माण सीपीडब्ल्यूडी की देखरेख में द्रोणा और एपीकॉम करेगी।