शिमलाः हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर 8 दिसंबर को परिणाम घोषित होने हैं। परिणामों से पहले ही कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचातानी शुरू हो गई है। कांग्रेस के कई बड़े नेता मुख्यमंत्री पद को लेकर लॉबिंग में जुटे हैं। लेकिन कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सूक्खु ने जीते हुए विधायकों में से ही मुख्यमंत्री बनाने की बात कही है।
शिमला में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है, और कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से किसी परीक्षा में बैठने के लिए योग्यता तय की गई है, उसी तरह मुख्यमंत्री बनने के लिए भी विधायक होना जरूरी है।
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उन्होंने कहा कि 2017 में प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया था, लेकिन वह हार गए थे। और मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। ऐसे में ये देखना भी जरूरी है कि मुख्यमंत्री बनने के लिए पहले विधायक होना चाहिए। कांग्रेस का कोई भी जीता हुआ प्रत्याशी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हो सकता है। कांग्रेस 8 दिसंबर को परिणाम आने के बाद विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तह करेगी, और कांग्रेस आलाकमान फैसला करेगी कि किसे मुख्यमंत्री बनाना है।
हिमाचल में कांग्रेस विधायकों के हॉर्स ट्रेडिंग पर कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विराम लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायक बिकने वाले नहीं हैं। कांग्रेस एकजुट है, भाजपा के कई विधायक उनके संपर्क में है। लेकिन कांग्रेस इस तरह की राजनीति नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इन दिनों भविष्य वक्ता बने हुए हैं, कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार जीत नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार किसी को घोषित नहीं किया है। मुख्यमंत्री रिवाज बदलने के हसीन सपने देख रहे हैं, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत से सरकार बनने जा रही है।