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Friday, March 31, 2023

बद्दी के मलपुर में लाईट कैमरा एक्षन

बुर्जुगों की दुर्दशा पर बनाई गई यह लघु फिल्म

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उज्जवल हिमाचल। बद्दी 

बद्दी ग्राम पंचायत मलपुर में लगातार चार दिन चली हिंदी फिल्म की शूटिंग में स्थानीय लोगों ने अपना खुब दमखम दिखाया। हिंदी और पंजाबी फिल्मों की सुपर स्टार लीला सैणी बद्दी में अपनी हिंदी लघु फिल्म बना रही है। फिल्म की शूटिंग बद्दी और आसपास के क्षेत्र में हुई है। इस फिल्म में स्थानीय युवाओं को अपनी कला को दिखाने का मौका दिया गया है। यह फिल्म चालीस मिनट की है। जल्द ही यह फिल्म विभिन्न चैनलों के माध्यम से प्रसारित की जाएगी।

इस लघु फिल्म में दिखाया गया है कि वर्तमान में युवा अपने परिजनों को बुजुर्ग होने पर कैसे उनकी बेकदरी करते है। लीला सैणी ने इस फिल्म की निर्माता और निर्देशक होने के साथ-साथ इसमें मुख्य नायिका की भूमिका भी निभा रही है। इस फिल्म में लेखक और गायक कलाकार संजीव बस्सी, पूर्व सहायक निदेशक देवव्रत यादव, कामगार नेता मेला राम चंदेल, बिरला कंपनी के उपाध्यक्ष आरके शर्मा, राधा गोबिंद मंत्री, परमवीर चौहान, संजीव चंदेल, ओमप्रकाश, ऋषि ठाकुर, सेवानिवृत कैप्टन राधे श्याम, डीआर चंदेल, स्वाति पंवार और स्वाति नागपुरे ने भुमिका निभाई है।

फिल्म की कहानी देवव्रत यादव की बड़ी बहन दिल्ली से सेवानिवृत प्रिंसीपल रेविता यादव ने लिखी है। मीडिया से बातचीत में फिल्म की निर्माता एवं निर्देशक लीला सैणी ने बताया कि बुर्जगों की हो रही अनदेखी के चलते युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से उन्होंने इस फिल्म का निर्माण किया है। स्थानीय युवाओं और कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच प्रदान किया है। इस फिल्म की अधिकांश शूटिंग भी हिमाचल में ही की है। हरियाणवी फिल्म बहु रानी से अपने कैरियर की शुरूआत करने वाली लीला सैणी ने डेढ दर्जन हिंदी और पंजाबी फिल्मों में काम किया है।

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उनकी हरियाणा की चंदा्रवल सिल्वर जुबली फिल्म से वह सुपर स्टार बन गई थी। इसके बाद उनकी दादा लमी फिल्म में डांस कोरिया ग्राफर के रूप में भूमिका निभाई है। इस फिल्म को 70 से अधिक पुरस्कार मिल चुके है। जिस समय उनकी चंद्रावल फिल्म आई थी उस दौरान बॉबी फिल्म भी रिलीज हुई थी लेकिन उनकी फिल्म को भी दर्शकों ने काफी देखा। हरियाणवी फिल्म कुंबा और पंजाबी फिल्मों को भी दर्शकों ने काफी पसंद किया है।

हरियाणा कला परिषद से बतौर कार्यक्रम अधिकारी के रूप में सेवानिवृत होने के बाद उन्होंने रोहतक में एलकेएम फाउंडेशन सेंटर खोला है। जिसमें नए कलाकारों को नृत्य व संगीत का प्रशिक्षण देती है। हर वर्ष दिल्ली के राजपथ पर निकलने वाली हरियाणी झांकी में अपने दल के साथ उमदा प्रदर्शन किया है। उन्होंने युवा कलाकारों को संदेश दिया है कि वह काफी मेनहत करें और एक दिन सफलता अवश्य मिलती है।

संवाददाताः सुरेंद्र सिंह सोनी

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