अस्पताल में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में किया जागरूक

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

सिविल अस्पताल घुमारवीं में खंड चिकित्सा अधिकारी घुमारवीं डॉ अभिनीत शर्मा की अध्यक्षता में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया। इस दिवस पर सिविल अस्पताल घुमारवीं की आशा कार्यकर्ता उपस्थित रही। इस दिवस पर खंड चिकित्सा अधिकारी घुमारवीं डॉ अभिनीत शर्मा ने बताया कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नशीली दवाओं से छुटकारा पाना तथा समाज मे शक्तिकरण लाना है।

डॉ शर्मा ने बताया कि आज के ज्यादातर युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं और युवाओं को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करना है जरूरी है। क्योंकि आज के युवा कल देश का हिस्सा बनेंगे और यदि युवा जागरूक हो गए, तो समाज जागरूक हो सकता है। डॉ शर्मा ने कहा कि लगभग 80 प्रतिशत युवा आज नशे के आदि हो चुके हैं, चाहे वह बीड़ी सिगरेट, भांग, गुटका खैनी, शराब, चिटा और दवाइयों के माध्यम से नशा करते हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक है और नशा करने से ह्रदय रोग, यकृत रोग पित्ताशय का कैंसर, फेफड़ाें का कैंसर, मुंह का कैंसर, मस्तिष्क रोग होता है।

खंड स्वास्थ्य शिक्षक सुरेश चंदेल ने बताया कि आजकल बहुत से युवा गोलियों के माध्यम और इन्जेक्शन के माध्यम से नशा कर रहे हैं, जो बहुत घातक है। क्योंकि गोलियों की अधिक मात्रा लेने से हार्ट टैक हो सकता है तथा एक ही सिरिंज का प्रयोग करने से एचआईवी एड्स भी हो सकती है।

चंदेल ने बताया कि नशे का प्रयोग करने से अपराध, बालात्कार, हत्या, आत्म हत्या, चोरियां और दुर्घटनाएं बढ़ रही है। चंदेल ने आशा वर्कर को अपने अपने क्षेत्र में युवाओं और लोगों को नशीली दवाई के प्रयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने की सलाह दी। इस अवसर पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक सुरेश चंदेल व सिविल अस्पताल की आशा वर्कर उपस्थित थी।