महाराष्ट्र पुलिस ने अपने अधिकार का किया गलत प्रयोग : कुलदीप शर्मा

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
गुलामी काल के दौरान भारत के जन-जन में भारत माता की आजादी का भाव पैदा करने वाली पत्रकारिता ने अंग्रेजों के शासन काल में भी इतना दुर्व्यवहार नहीं झेला होगा, जितना की आजादी के बाद लोग आपातकाल दौर में और आज रिपब्लिक चैनल के मुख्य संपादक अर्णव गोस्वामी की गिरफ्तारी से झेलना पड़ा। यह बात डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय विचार मंच के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि यह पत्रकारिता के साथ-साथ लोकतंत्र के लिए भी काला दिवस है।

 

लोकतंत्र के लिए संविधान, संसद और जनता का जितना महत्वपूर्ण स्थान है उतना ही मीडिया का भी लोकतंत्र को कायम रखने और बचाने में है। उन्होंने कहा कि यह दावे के साथ कहा जा सकता है कि देश की आजादी के बाद लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करे और जनता में लोकतंत्र के प्रति श्रद्धा कायम करने की मीडिया की जितनी भूमिका है। उतनी बड़ी भूमिका किसाी संस्था की नहीं रही है। वरिष्ठ पत्रकार के गिरफ्तारी का तरीका और पुलिस का व्यवहार गलत है। महाराष्ट्र पुलिस ने अपने अधिकार का गलत तरीके से इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर कोई आरोप है तो पुलिस को कानूनी प्रक्रिया को ठीक तरीके से अपनाना चाहिए प्रेस और अभिव्यक्ति की आजादी को आजाद रखने से ही लोकतंत्र बचेगा। अत: इसको बचाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है।