उज्जवल हिमाचल। मंडी
अंतराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी की शोभा बढ़ाने के लिए देवी-देवता अपने मूल स्थान से रवाना होना शुरू हो गये है। इसी कड़ी में महर्षि शुकदेव 15 फरवरी को अपने मूल स्थान थट्टा इलाका बदार से रवाना होंगे। 17 फरवरी को शुक्रदेव महर्षि मंडी पहुंचेंगे। वहीं मंडी पहुंचने पर जिला प्रशासन द्वारा शुक्रदेव महाऋर्षि का स्वागत किया जाएगा।
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बता दें कि महाऋषि पराशर के पौते व बजीर और वेदव्यास के पुत्र शुकदेव ऋषि का मंडी राज परिवार के साथ गहरा संबंध रहा है। राज परिवार की रानी किरण कुमारी द्वारा राजमहल परिसर के समीप जमीन उपहार स्वरूप दान की है जहां देवता की भव्य तीन मंजिल कोठी है।