उज्जवल हिमाचल। भाम्बला
उपमंडल सरकाघाट की ग्राम पंचायत नवाणी में महात्मा गांधी मनरेगा योजना के तहत बल्ही खड्ड , गैहरी खड्ड, ठाना, और भटेडा नाला पर पुलियों निर्माण होने से अति दुर्गम क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवों का पंचायत मुख्यालय से सीधा जुड़ने पर ग्रामीणों की वर्षों पुरानी समस्या से निजात मिलने पर लोगों में ख़ुशी का मौहाल है ।
स्थानीय ग्रामीणों में भटेडा निवासी रूपलाल, रामलाल, कश्मीर सिंह, रतन चंद, खेमराज, ठाना निवासी लोहकू राम, शुभकरण, लेखराम, गुलाब सिंह, देवराज, सुखां देवी, महिला मंडल चौकी की प्रधान, ज्ञानचंद, बीडीसी सदस्य चमन लाल, अमर सिंह, गांधी राम, देशराज, उप प्रधान हेमराज, बलवंत सिंह ने कहा कि हर वर्ष वर्षाकाल में ठाना चौकी, गैहरी, बसौवों लंग्स बैहल और कुंघवान गांवो का पंचायत मुख्यालय और त्रिफालघाट बाज़ार से सम्पर्क टूट जाता था। जिसकी वजह से आमजन को करीब 10 से 12 कि.मी घुमकर ग्राम पंचायत नवानी या त्रिफालघाट बाज़ार आना पड़ता था।
मनरेगा योजना के तहत पुलिया का निर्माण कार्य होने से अब आमजन को 10-12 किमी की जगह केवल 2 और 3 कि.मी का ही पैदल सफर तय करना पड़ रहा है। खड्डों और नालों पर पुल निर्माण होने से आमजन के लिए आवागमन बहुत ही सुविधाजनक हो गया है। मनरेगा योजना के तहत पुलों का निर्माण पंचायत प्रधान के अथक प्रयासों के संभव हो पाया है। लोगों ने दशकों पुरानी मांग पूरी होने पर ग्रामीणों ने पंचायत प्रधान का आभार व्यक्त किया है।
ग्राम पंचायत नवानी के प्रधान मदन लाल ने बताया कि पंचायत के अधिकतर गाँव अति दुर्गम क्षेत्र में है। दुर्गम क्षेत्र होने के कारण लोगों का पंचायत मुख्यालय तक आने जाने का एकमात्र साधन गांवों में बनी पगडंडियाँ ही है। क्षेत्र की बल्ही खड्ड, गैहरी खड्ड, ठाना और भटेडा नाला पर पुलिया निर्माण होने से लोगों समय की भी बचत हुई है। मनरेगा के तहत बलही खड्ड 55 फुट, गैहरी खड्ड पर 30 फुट, भटेडा नाला पर 39 फुट और ठाना नाला पर 30 फुट लम्बी पुलियां बनने से ठाना चौकी ,गैहरी, बसौवो, लंग्स बैहल और कुंघवान गांव के सैंकड़ों लोगों की दशकों पुरानी मांग लोगों के सहयोग और महात्मा गांधी मनरेगा योजना से पूरी हुई है।
संवाददाताः नरेश कुमार