राजनीतिक दबाव के चलते नहीं बन पा रहा मैरा बाशिंदों का रास्ता, लोक निर्माण विभाग की अनदेखी पड़ रही भारी

चैन गुलेरिया। जवाली

आजादी के 75 वर्ष बीत गए है । इन 75 सालों में कई सरकारें आई और आंखें मूंद कर चली गई । वैसे भी कांग्रेस और भाजपा के नेता सत्ता हथियाने के लिए विकास का मुद्दा बनाकर लोगों को धोखा देते है । दोनों पार्टियों की ओर से विकास के मुद्दे को केवल हवा में ही उछाला जाता है और धरातल पर जीरो है जिसका सबूत मैरा पंचायत के वार्ड नंबर 6 में देखने को मिलता है । रास्ते का नाम रेलवे लाइन से लेकर “जर्म सिंह के घर तक” । इस रास्ते पर आजादी से लेकर आज दिन तक न किसी सरकार और न ही किसी पंचायत के प्रतिनिधि इस रास्ते पर फूटी कौड़ी भी नही लगा पाए।

बड़ी हैरत की बात है कि रास्ते पर हमेशा ही बदले की भावना ही जारी रही । अक्सर ज्वाली की बागडोर कांग्रेस के हाथ रही और मैरा पंचायत का प्रधान भाजपा का बनता रहा और इस बार विधायक भाजपा का बना तो पंचायत प्रधान कांग्रेस का बना । इस आंख मचोली के खेल का खमियाजा गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है ।

आखिकार मैरा पंचायत के वार्ड नंबर 6 के लोगो ने इस कीचड़ वाले रास्ते का दुखड़ा समाजसेवी संजय गुलेरिया के साथ सांझा किया। जिस पर संजय गुलेरिया ने इस रास्ते के निर्माण के लिए हामी भरी और अपने अनथक प्रयासों से कांगड़ा के उपायुक्त राकेश प्रजापति से इस पुण्य कार्य के लिए लगभग पांच लाख रुपए का बजट मुहैया करवा कर लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया। पैसा लगभग एक साल तक विभाग के पास पड़ा रहा और इस रास्ते के निर्माण करने की विभाग द्वारा कोई जहमत नहीं की गई । और ज्वाली के विधायक को भी समाजसेवी द्वारा किया गया पुण्य कार्य हजम नही हुआ । विधायक ने इस बजट को एक किसी अन्य रास्ते के निर्माण के लिए ट्रांसफर कर दिया ।

जैसे ही लाभार्थियों को इस बात पता चला तो लोगों का एक समूह उपायुक्त कांगड़ा डाक्टर निपुण जिंदल के पास पहुंचा और सारी कहानी बताई । जिसपर उपायुक्त कांगड़ा डाक्टर निपुण जिंदल ने त्वरित संज्ञान लेते हुए उसी पैसे को दोबारा वार्ड नंबर 6 के रास्ते निर्माण के लिए स्वीकृत कर दिया । लेकिन विभाग अभी भी इस रास्ते के निर्माण के लिए आना कानी कर रहा है । जानबूझ कर रास्ते के निर्माण में देरी कर रहा है । विभाग की इस अनदेखी से साफ जाहिर होता है कि विभाग के अधिकारी राजनीतिक दबाव के साए में है ।

मैरा पंचायत के वार्ड नंबर 6 के निवासियों ने सरकार से पूछा है कि यह रास्ता राजनीति का शिकार क्यों हो रहा है । क्या हम हिमाचली नही है , क्या हमें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए । क्या हमारे वोटों की कोई भी कीमत नहीं है । समस्त गुसाए मैरा वासियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 2022 के चुनावों से पहले पहले रास्ते का निर्माण नहीं हुआ तो कोई भी नेता इस वार्ड में आने की कोशिश न करे वरना अंजाम कुछ और ही होगा ।

जब इस बारे सहायक अभियंता ज्वाली लोक निर्माण विभाग राजेश कुमार से पूछा तो उन्होंने बताया कि टेंडर प्रक्रिया चली हुई है और मई महीने तक अवश्य काम चालू करवा दिया जायेगा।