सुरेंद्र जंवाल। बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में निर्माणाधीन एम्स हॉस्पिटल में विभिन्न राज्यों के भारी संख्या में एकत्रित मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। मजदूर अपने सामान सहित निर्माणाधीन परिसर में एकत्रित हो गए और घर जाने की जिद पर अड़ गए। मामला गर्माता देख प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन मजदूरों ने अपनी जिद जारी रखी।
प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष मजदूरों ने निर्माण कार्य में लगी एनसीसी कंपनी प्रबंधन के खिलाफ भी संगीन आरोप लगाए। मजदूरों का कहना था कि कंपनी ने उनका पिछले 40 दिनों का वेतन नहीं दिया है। कंपनी ने जो राशन दिया है उसका पैसा भी वेतन से काटा गया। जहां सोशल डिस्टेंसिंग की बात की जा रही है वह यहां देखने को भी नहीं है। एक कमरे में 10 से 15 लोग रह रहे हैं जबकि एक शौचालय का इस्तेमाल करीब 200 लोग करते हैं। इन हालात में रहने से बेहतर यही है कि वह अपने घर चले जाएं।
बिलासपुर के अतिरिक्त उपायुक्त विनय धीमान ने मजदूरों के खाते में जल्द वेतन डालने, घर जाने के इच्छुक मजदूरों के लिए चार काउंटर बनाकर कोविड-19 ई पास में रजिस्ट्रेशन कर भेजने और सोशल डिटेंसिंग का पालन करते हुए माजदूरों के रहने व खाने पीने की उचित व्यवस्था करने के आदेश एनसीसी कंपनी को दिए है।