उज्जवल हिमाचल। शिमला
शिमला नगर निगम ने साल 2022-23 का बजट शनिवार देर शाम जारी किया। 181 करोड़ रुपए के इस बजट को प्रशासक की मंजूरी मिलने के बाद निगम प्रशासन ने देर रात जारी किया। DC शिमला आदित्य नेगी ने MC बजट को मंजूरी दी। इस बजट में शिमला के 30 हजार भवन मालिकों को राहत दी गई है। इस साल प्रॉपर्टी टैक्स 10% बढ़ाया जाना था। जिसे नहीं बढ़ाया गया है।
यह नए काम किए जाने हैं शहर में
*16 करोड़ की लागत से शहर में 600 गाड़ियों के लिए नई पार्किंग बनेगी।
* 97.81 लाख रुपए से शहर में 620 सोलर लाइटें लगाई जाएगी।
* तवी चौक, बीएड कॉलेज मज्याठ, कंगानाधार, विजयनगर, विकासनगर और हर्विंगटन चौक सड़क 27.69 लाख रुपए की लागत से 6 रेन शेल्टर बनेंगे।
* इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 6 चार्जिंग स्टेशन बनेंगे।
* 16 लाख रुपए से लोअर पंथाघाटी में टॉयलेट और रेन शेल्टर बनाया जाएगा।
* शहर के सभी 34 वार्डों में विकास कार्यों के लिए 3.95 करोड़ रुपए की लागत से काम किया जाएगा।
यह भी पढ़ेंः कृषि मन्त्री चौधरी चंद्र कुमार से मिला करुणामूलक संघ, सौंपा ज्ञापन
आय बढ़ाने पर किया गया फोकस
*नए बजट में बाहरी राज्यों से शिमला आने वाली गाड़ियों से नगर निगम ग्रीन फीस वसूलने का प्रस्ताव पारित किया है। जिससे नगर निगम को सालाना आय 10 करोड़ होगी।
*शराब की बोतल पर 2 रुपए की बजाय अब 10 रुपए सैस वसूला जाएगा। जिससे नगर निगम को सालाना आय 3 करोड़ के आस-पास होगी।
* शहर में मकान खरीदने से लेकर जमीन की रजिस्ट्रेशन करवाने तक 2% चार्ज देना होगा।
* शहर में तहबाजारियों से नगर निगम अब हर महीने 500 रुपए लेगा। यह फीस पहली बार वसूली जा रही है। जिससे नगर निगम को साल में 60 लाख मिलेंगे।
* नई गाड़ी की खरीद पर 1% वन टाइम MC रोड यूजर चार्ज लगेगा।
* निगम द्वारा टाउन हॉल के ग्राउंड फ्लोर को 10 साल के लिए लीज पर दिया जाएगा जिससे साला में 1,32,04,428 रुपए की आय होगी।
* शहर की दुकानों और स्टालों से लाइसेंस रिन्यू फीस ली जाएगी। इससे साल में 25 लाख रुपए कमाई होगी।
* स्मार्ट सिटी की पार्किंग में ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर गाड़ी पार्क करने की सुविधा दी जाएगी। इससे निगम को सालाना आय 25 लाख रुपए होगी।
* रजिस्टर तहबाजारियों को आजीविका भवन में दुकानें दी गई है जिससे सालाना आय 84 लाख 60 हजार होगी।
*शराब पर 10 रुपए सैस से निगम को सालाना 3 करोड़ रुपए की आमदनी होगी जबकि अभी तक 2 रुपए सैस लेने से निगम को 39.44 लाख रुपए की वसूली हो रही थी।
नगर निगम के इस बजट में आम जनता के लिए किसी तरह की योजना नहीं है। बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों के लिए भी नगर निगम के बजट में कुछ विशेष नहीं है। इस साल के बजट में आय बढ़ाने पर ज्यादा फोकस किया गया है।