उज्ज्वल हिमाचल। नूरपुर
हिमाचल प्रदेश के रिटायर्ड डीजीपी संजय कूडू की शिरकत में एक बैठक नूरपूर में पिछले माह पंजाब, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ नशा माफियों पर अंकुश लगाने के लिए एक बैठक में रणनीति तैयार हुई थी जिसमें बैठक में इन अधिकारियों द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि सीमावर्ती क्षेत्रों में नशा माफिया व खनन माफिया पर अंकुश लगाने के लिए पूरा सहयोग करेंगे। यह मामला मीडिया द्वारा एक प्रश्न नूरपुर में उस वक्त डीजीपी के समक्ष भी उठाया गया था कि ऐसे नशा व खनन का कारोबार हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से होता है जिसका प्रमाण आज भी हिमाचल प्रदेश पुलिस इन सीमावर्ती क्षेत्रों में दे चुकी है पर आज तक अंकुश नहीं लग सका।
आजकल हिमाचल प्रदेश में नए डीजीपी अतुल वर्मा है। वर्मा के लिए नशा माफियाओं व खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने की चिरकाल से चली आ रही ये दोनों समस्याएं सिरदर्दी का विषय है। इस मामले में डीजीपी वर्मा को सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक इस मामले में करनी होगी। ऐसी बैठक अनेकों वार हुई है लेकिन धरातल पर कोई भी परिणाम जनहित में नहीं आया है इसका मुख्य कारण दोनों राज्यों के बीच वहने वाली दरियों में आज तक राज्यों की राजस्व लाइनों का निश्चित न होना है। हिमाचल प्रदेश में उधोग विभाग के तैनात आईएएस प्रशासनिक अधिकारी राकेश प्रजापति ने नूरपूर में एस डी एम के पद पर रहते हुए पंजाब और हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक इस विषय में करवाई थी लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण यह मामला लटका गया उसका कारण धन्ना सेठो की वोट की राजनीति वन कर सिमट गया।
अगर राजस्व विभाग अपनी राजस्व लाइनों का निर्धारण आज भी सीमावर्ती राज्यों में अवैध खनन माफिया पर लगाम लगाने के साथ-साथ नशा माफियाओं पर भी अंकुश लग सकता है जो पुलिस के मिशन को सफल करेगा इसी आड़ में इसका लाभ ऐसे माफिया उठाने में सफल हो रहे हैं। गौरतलब है कि जिला पुलिस अधीक्षक अशोक रत्न नूरपूर ने जव से नूरपूर में एस पी का पद संभाला है तव से अवैध खनन माफिया व नशा तस्करों पर कड़ा शिकंजा कसने में सफलता प्राप्त की है लेकिन आखिरकार हिमाचल प्रदेश पुलिस सीमावर्ती क्षेत्रों की वह ने वाली दरियौ में राजस्व विभाग की लाइनें न होने के कारण इस मिशन में अपराधियों को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पा रही है जो जनता में चर्चा का विषय है।