उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। हमीरपुर
देश और प्रदेश के मजदूर तबके की जोरदार वकालत करते हुए राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि संकट के इस दौर में वैसे तो हर वर्ग प्रभावित है लेकिन देश और प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाने वाला मजदूर तबका सबसे ज्यादा हाल-बेहाल है। लेबर डे 2020 का दिन किसी शुभकामना का अवसर नहीं है। क्योंकि भारी आर्थिक संकट में फंसे मजदूरों के परिवारों को इस वक्त शुभकामना से ज्यादा सहायता की जरूरत है। संकट के दौर में सबसे पहले तो इस मजदूर तबके के वजूद को बचाने व इनके परिवारों को आर्थिक संकट से उबारने की प्राथमिकता जरूरी है।
राणा ने सरकार से इस तबके की पैरवी करते हुए कहा है कि सरकार तत्काल प्रभाव से काम ने मिल पाने के कारण पैसे के अभाव में फंसे मजदूरों की मदद के लिए तुरंत कारगर व ठोस कदम उठाए। उन्होंने कहा कि मजदूर के भरण-पोषण की चिंता व जरुरत से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल के भविष्य का वजूद भी जुड़ा हुआ है। इस वक्त कई राज्यों में फंसे मजदूर बिना काम व बिना पैसे के परेशान हैं। जबकि जो मजदूर घर पर बैठे हैं उनके पास काम न होने के कारण भी इनका संकट बढ़ा है। इसलिए सरकार को इस वर्ग को राहत देने की पहल करनी होगी। प्रदेश के मजदूर कामगार कल्याण बोर्ड द्वारा जिन कुछ संगठित वर्ग के मजदूरों को 2 हजार रुपए की राहत मिली है वह राहत इस दौर में नाकाफी साबित हुई है। इस वर्ग के लिए सरकार जमीनी स्तर पर कोई कारगर योजना बनाए ताकि इस वर्ग की कारगर व उचित मदद हो सके।