अब कारगिल की वादियों में भी अपने स्वाद का जादू बिखेरेगा लाहौल का आलू

Now the potato of Lahaul will spread its magic in the plains of Kargil
लाहौली आलू की दो किस्मों कुफरी ज्योति और चंद्रमुखी किसानों को दिला रही बेहतर दाम

लाहौल : देशभर में प्रसिद्ध लाहौल का आलू अब कारगिल में अपना स्वाद बिखेरेगा। कारगिल के किसानों ने इस बार लाहौल आलू उत्पादक संघ से लाहौली आलू बीज की 1400 बोरियां खरीदी हैं। एक बोरी में 50 किलोग्राम आलू बीज होता है। बता दें कि पिछले साल लेह को भी आलू बीज भेजा गया था। लाहौली आलू की दो किस्मों कुफरी ज्योति और चंद्रमुखी किसानों को बेहतर दाम दिला रही हैं। इस बार एलपीएस ने घाटी के किसानों से करीब 48,000 आलू बीज की बोरियां खरीदी हैं। इनमें 40,000 बोरी ज्योति और 8,000 चंद्रमुखी की किस्म शामिल हैं। कुफरी ज्योति 100 रुपये और चंद्रमुखी 52 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।

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गौरतलब है कि अपने लाजबाब स्वाद के चलते लाहौली आलू बीज की मांग में देश भर में बढ़ौतरी हो रही है। एलपीएस के पास करीब 10,000 बोरी आलू बीज की और मांग आई है। इनमें 6,000 हिमाचल सरकार और 4,000 बोरियां उत्तराखंड सरकार ने मांगीं हैं। हाल ही में करीब 4,000 आलू बीज की बोरियां गुजरात और महाराष्ट्र के लिए भी भेजी गई हैं। यही नहीं, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश के व्यापारी भी लाहौली आलू के बीच में खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। संघ के अध्यक्ष सुदर्शन जस्पा ने कहा कि उन्होंने कारगिल को 1,400 आलू बीज की बोरियां भेज दी हैं। लाहौल के किसान कुफरी ज्योति, चंद्रमुखी तथा कुफरी हिमालनी बीज की किस्में तैयार करते हैं। इससे यहां के किसानों की आर्थिकी मजबूत होती है।

संवाददाता : ब्यूरो लाहौल

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