उज्ज्वल हिमाचल। कांगड़ा
हिमाचल में पांच दिन प्रचंड लू चलने की आशंका के बीच प्रदेश की सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार चौकस हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपनी कोर टीम को गांवों में उतारा है। इसी कड़ी में कांगड़ा विधानसभा हलके में प्रमुख कांग्रेस नेता, एपीएमसी के जिला और हिमाचल कांग्रेस ओबीसी विभाग के प्रदेशाध्यक्ष निशु मोंगरा गांव गांव का दौरा कर रहे हैं। जलशक्ति विभाग की टीम के साथ पेयजल सप्लाई का अवलोकन किया जा रहा है। मंगलवार को सबसे पहले कछियारी पहुंचे निशु मोंगरा ने पंचायत में पीने के पानी के स्रोतों का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने लोगों की समस्याएं भी सुनीं। करीब 50 समस्याएं रखी गई। इनमें 40 का मौके पर निपटारा किया गया, जबकि 10 को विभागीय अधिकारियों को भेजा गया।
मोंगरा ने कहा कि चूंकि आजकल गर्मियों के मौसम में पानी के स्रोतों में जलस्तर की कमी होने के कारण लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है, इसी कड़ी में पंचायत स्तर पर जलशक्ति विभाग के अधिकारियों व फील्ड स्टाफ के साथ स्रोतों का निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों से हर व्यक्ति को सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। इसी बीच कछियारी गांव में खराब पड़े विद्युत चलित हैंड पंप का भी रख रखाव किया गया। इसे रिवाइव करवाया जाएगा। मोंगरा ने जलशक्ति विभाग कांगड़ा के अधिकारियों व फील्ड स्टाफ का धन्यवाद किया जो कि इतनी गर्मी में भी मुस्तैदी के साथ जनहित के कार्यों में लगे हैं। इस मौके पर एसडीओ संजय, जेई तिलकराज,जेई सुदर्शन,फिटर व अन्य लोग उपस्थित थे।
दूसरी ओर निशु मोंगरा ने कहा कि निशु मोंगरा ने कहा कि इच्छी, नंदेहड़, अब्दुल्लापुर, जमानाबाद में साफ पेयजल के लिए पांच करोड से टयूबवेल लग रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशों पर यह काम तेजी से किया जा रहा है। मोंगरा ने आगे कहा कि अनसोली और भडवाल में भी पानी की कमी है। इसके लिए अनसोली-भड़वाल वाटर स्कीम के लिए दो करोड़ सोलह लाख खर्च किए जाएंगे। इससे वहां पानी की कमी दूर होगी। निशु मोंगरा ने कहा कि एपीएमसी जिला कांगड़ा में किसानों के लिए बेहतरीन सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। नई सब्जी मंडियां बनाई जा रही हैं। पास्सू सब्जी मंडी को नए भवन में शुरू किया जाएगा। कछियारी में भी नइ्र्र मंडी बनाई जा रही है। ई नाम से कई किसानों को जोड़ा जा रहा है। किसानों को सबसिडी पर खरीफ के बीज दिए जा रहे हैं।