पुराना कांगड़ा में शिवरात्रि के अवसर पर होगी महामृत्युंजय मंत्र की विशेष साधना

उज्ज्वल हिमाचल। कांगड़ा

महाशिवरात्रि महोत्सव त्रिगर्त दिव्य योग आश्रम पुराना कांगड़ा में सभी नगरवासियों के रोग- कष्टों को दूर करने के लिए व विश्व कल्याण हेतु महामृत्युंजय मंत्र की विशेष यज्ञ साधना 24 घण्टे लगातार शिवरात्रि की रात की जाएगी। जिसमें तीन क्विंटल सामग्री प्रयोग होगी। इसमें डेढ़ क्विंटल हवन व डेढ़ क्विंटल आम की सविधाएं शामिल है। योग गुरु रंजीत सिंह ने बताया कि भारतीय धर्म ग्रंथों में मनुष्य को व्याधियों से मुक्त करने के लिए अनेक उपाय बताऐ गए हैं और उन में सर्वश्रेष्ठ उपाय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना है।

जप से रोग-शोक से मुक्ति
जहां महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से मनुष्य भय रोग और मृत्यु से मुक्ति पा लेता है, वहीं महामृत्युंजय महायज्ञ मनुष्य को अकाल मृत्यु से बचने, असाध्य रोगों से मुक्ति के साथ ही धनप्राप्ति, संतान प्राप्ति, वैवाहिक जीवन में आ रहे विघ्नों को दूर करने के लिए महामृत्युंजय महामंत्र के साथ यज्ञ करना विशेष फलदायी माना जाता है।

“50 के दशक में हरिद्वार में किया गया था महामृत्युंजय महायज्ञ” हरिद्वार में गंगा तट पर स्थित सप्त ऋषियों की तपस्थली सप्तऋषि आश्रम में महामृत्युंजय का 100 वर्षीय महायज्ञ श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा के संस्थापक और महामना मदन मोहन मालवीय के एकमात्र मंत्र दीक्षित शिष्य त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त महाराज द्वारा पचास के दशक में स्थापित किया गया था। इसमें आहुति देने के लिए देश के पहले राष्ट्रपति डा राजेन्द्र प्रसाद पहुंचे थे।

वर्ष 2022 में योगी रणजीत सिंह पुराना कांगड़ा एतिहासिक नगरी के विश्व किर्तिमान योग केन्द्र में लगातार 24 घण्टे महामृत्युंजय जप व यज्ञ विश्व कल्याण के लिए करके Golden Book of World Record में नाम दर्ज करवाकर विश्व किर्तिमान स्थापित कर चुकें हैं।

योगी रंजीत सिंह ने बताया कि इस वर्ष भी इसी तरह का कार्यक्रम पुराना कांगड़ा में उनके निवास स्थान योग आश्रम में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें 25 फरवरी को मेहंदी व भजन संध्या दोपहर 2:30 बजे होगी और अगले दिन बुधवार 26 फरवरी रुद्राभिषेक पूजा सुबह 6:00 बजे होगी। अखंड महामृत्युंजय यज्ञ सुबह 9:00 बजे से शिव ध्यान वो भव्य आरती शाम 7:00 बजे होगी। इस दौरान शिव नुवाला भी शाम 8:00 बजे से शुरू होगा अगले दिन वीरवार 27 फरवरी शिव नुवाला पूर्ण व आरती सुबह 6:00 होगी व इसी के साथ अखंड महामृत्युंजय यज्ञ पूर्णाहुति सुबह 10:00 बजे होगी। उन्होंने समस्त क्षेत्र के लोगों से इस पुण्य कार्यक्रम में शामिल होने की गुजारिश की है।

संवाददाता : अंकित वालिया