बजट को कांग्रेस ने बताया झुनझुना, जनता को नहीं मिली कोई राहत

उज्जवल हिमाचल। शिमला

जयराम सरकार के बजट को विपक्ष ने पूरी तरह नकारा है। विपक्ष का कहना है कि ये मात्र झुनझुना जनता के हाथों में दिया है। ये बजट प्रदेश के हित में नहीं है इससे मात्र कर्ज प्रदेश पर बढ़ने वाला है। बेरोजगारों को रोजगार की कोई  बात इसमें नहीं है।

कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा कि यह केवल मात्र ऊंट के मुंह मे जीरा है जितने पैसे कर्मचारियों के बढाये है इतनी महँगाई में इससे कोई फर्क पड़ने वाला नही है। OPS की बहाली को लेकर भी कोई सरकार का प्लान नहीं है।

वहीं, कांग्रेस विधायक सुखविंदर सुक्खू ने भी बजट को निराशाजनक बताया ओर कहा कि प्रदेश का कल्याण इस बजट से नहीं होने वाला है। सरकार की जेब खाली है सरकार जनता को क्या देगी। सुखविंदर सुक्खू ने प्रस्तुत बजट पर निराशा प्रकट करते हुए कहा है कि प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने लोगों को लुभाने का असफल प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि बजट में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी दूर करने के लिये कोई सार्थक पहल नही है।

आंकड़ों को बढ़ाचढ़ा कर दिखाने का प्रयास…

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राठौर ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बजट में कुछ भी नया नहीं है,जिसके लिए इसकी सराहना की जाए। बजट में ऐसा कोई भी प्रावधान नही है जिससे आम लोगों के साथ साथ छोटे कारोबारियों पर्यटन उद्योग व्यवसाय से जड़े लोगों को कोई राहत मिल सके। महज आंकड़ों को बढ़ाचढ़ा कर दिखाने का प्रयास किया गया है जबकि प्रदेश का सरकारी खजाना खाली पड़ा है। उन्होंने कहा है कि बजट में की गई घोषणाओं को पैसा कहा से आएगा।

कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है की यह पूरी तरह आंकड़ों का मायाजाल है। इसमें ऐसा कुछ भी नही है जिससे इसकी सराहना की जाए।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बजट में युवाओं की घोर उपेक्षा की गई है। बेरोजगारी से उभरने के लिये कोई भी योजना नही है।गरीवी उन्मूलन व बढ़ती महंगाई से राहत की भी कोई योजना नही है।

पूरी तरह दिशाहीन है बजट

विक्रमादित्य सिंह ने बजट को दिशाहीन बताते हुए इस पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने यह बजट प्रदेश में आगामी चुनावों में राजनैतिक लाभ लेने के लिये लोक लुभावन बनाने का प्रयास किया है। बजट पूरी तरह दिशाहीन है जिसकी न तो कोई दशा ही है और न ही दिशा।