उज्जवल हिमाचल। नादौन
मनरेगा के तहत विकास खंड नादौन की समस्त ग्राम पंचायतों के प्रधानों की पंचायत समिति हाल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सहायक आयुक्त विकास एवं खंड विकास अधिकारी आकांक्षा शर्मा ने की। इस कार्यशाला में मनरेगा के बारे में विशेष तौर पर चर्चा की गई।
अपने संबोधन में आकांक्षा शर्मा ने बताया कि मनरेगा वर्ष 2005 से ग्रामीण श्रमिकों को अकुशल मजदूरी रोजगार और आजीविका प्रदान करने के उद्देश्य से लागू की गई है।
मनरेगा का उद्देश्य वित्तीय वर्ष में इच्छुक परिवारों को 120 दिन का अकुशल मजदूरी रोजगार प्रदान करने का प्रावधान है व ग्रामीण क्षेत्र के कमजोर वर्ग को प्राथमिकता पर मजदूरी रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ-साथ पंचायत क्षेत्र को जरूरत के अनुसार परिसंपत्तियों का निर्माण करना है।
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मनरेगा के तहत 261 प्रकार के अनुमेय कार्य करवाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर अकुशल श्रमिकों की विभिन्न शिकायतों के समाधान हेतु रोजगार दिवस का आयोजन भी किया जाता है।
इस दौरान मनरेगा के तहत ऑनलाइन एप के द्वारा हाजिरी व कार्यों से में प्रगति लाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया और समस्त कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया गया। वहीं प्रधानों की समस्याओं का निवारण भी किया गया। इसके बाद स्वच्छ भारत मिशन व 15वें वित्त आयोग के प्रति कार्य योजना पर भी चर्चा की गई।