ज्वाली : हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में शामिल हुए प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम मशीन में कैद हो चुका है लेकिन प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं के बीच आंकड़े लगाने की होड़ काफी जोर पकड़े हुए है। हर उम्मीदवार अपने आपको जीता हुआ महसूस कर रहा है और हर पार्टी का कार्यकर्ता भी अपनी पार्टी की जीत बता रहा है। लेकिन इस हार जीत के पीछे कुछ उम्मीदवारों की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण आकलन की प्रक्रिया बिगड़ सकती है।
बात करें ज्वाली विधानसभा की तो दोनों ही पार्टियों में भीतरघात की स्तिथि दीमक की तरह लगी हुई है। लेकिन भाजपा में भीतरघात कुछ बड़े पैमाने पर हुआ दिखाई दे रहा है। जैसे कि ज्वाली के भाजपा विधायक अर्जुन सिंह की भाजपा से टिकट काटने से विधायक व उसके खासमखास पूरे चुनाव में रूठे हुए नजर आए तो वहीं अब उनके अपने आलीशान भवन से भाजपा का झंडा गायब हो गया है। जिससे कहीं न कहीं ये साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि विधायक अर्जुन सिंह भाजपा हाई कमान से काफी ज्यादा खफा हैं।
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विधायक अर्जुन सिंह ने भाजपा से टिकट न मिलने की सूरत में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अपने घर से पार्टी के झंडे को अलविदा कह दिया। जोकि हर गली मुहल्ले, बाजार, चौराहे पर काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं राजनीतिज्ञों का कहना है कि विधायक अर्जुन सिंह की इतनी बड़ी नाराजगी साफ बताती है कि विधायक और उनके करीबियों की नाराजगी भाजपा पार्टी को भारी पड़ सकती है।