करुणामूलक आश्रितों के अनशन का 63वां दिन में टूटने लगा सब्र का बांध

उपचुनाव व लोकसभा चुनावों का करेंगे बहिष्कार,उग्र आंदोलन की भी दी चेतावनी

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

मांगों को लेकर पिछले 63 दिनों से शिमला में करुणामूल्क आश्रित अनशन पर बैठे है, लेकिन सरकार का कोई भी नुमायदा उनसे मिलने नहीं जा रहा है। आश्रित 12 घंटे के अनशन पर बैठ रहे थे। वहीं, वीरवार से 24-24 घटें का क्रमिक अनशन शुरू किया है, जिसके तहत पांच आश्रित हर रोज 24 घंटे अनशन पर बैठेंगे। करुणामूल्क आश्रितों ने सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाए और जल्द मांगे न पूरी होने पर उप चुनावों के बहिष्कार का एलान भी किया।

करुणामूलक संघ मुख्य सलाहकार शशिपाल शर्मा ने कहा की मांगों को लेकर पिछले 63 दिन से अनशन पर बैठे हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार का न तो कोई अधिकारी और न ही मंत्री सुध लेने नहीं आया। आश्रित समस्त विभागों, बोर्डों, निगमों में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर नोकरियों में वन टाइम सेटेलमेंट के तहत सभी को एक साथ नियुक्तियां देने की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है, तो आने वाले उप चुनावो व 2022 के विधानसभा चुनावों का आश्रित बहिष्कार करेंगे और इसको लेकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।