चक्की पुल बंद होने से लोग परेशान

People upset due to closure of mill bridge
चक्की पुल बंद होने से लोग परेशान

नूरपुरः- चक्की खड्ड में सामान्य पानी होने के बावजूद भी चक्की पुल बन्द करने पर भड़की जनता व लोधवां टूटी-फूटी विकल्प सड़क पर 20 से 22 किलोमीटर का फालतू चक्कर लग रहा है फिर भी दोनों राज्यों से लाल फीताशाही प्रशासन आखिरकार मूकदर्शक क्यों।

ऐसे अनेको सवाल जनता में चर्चा का विषय बने। हिमाचल से सटा पठानकोट शहर स्वास्थ्य सेवाओं व शिक्षा का हब होने के कारण नूरपुर जनपद के सभी हलकों के लोग इस शहर पर काफी हद तक निर्भर है।

राजमार्ग सड़क से चक्की के पुल के रास्ते खंडवा से इसकी दूरी महज 10 किलोमीटर रह जाती है तथा लोग नाम मात्र सड़क से अपने काम निपटा कर आ जाते हैं लेकिन इन दिनों चक्की के पुल से सभी वाहनों की आवाजाही बंद कर दिए जाने कारण लोगों को बाया लोधमा भदरोया सड़क से होकर आना जाना पड़ रहा है।

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यह सड़क काफी तंग बाग काफी जगह से टूटी-फूटी हुई है। यह रास्ता भी 15 किलोमीटर लंबा पड़ता है। इस शनिवार से चक्की पुल तीसरी बार बंद किया गया है। इस कारण इस जनपद के लोगों को परखा कोर्ट तक आने-जाने में परेशानी हो रही है।

उधर जो लोग बाया बनीखेत होकर डलहौजी, चंबा, भरमौर इत्यादि जाना चाहते हैं। उन्हें भी खंडवा से चक्की पड़ाव का एक डेढ़ किलोमीटर के रास्ते की बजाय 3 किलोमीटर का चक्कर लगाकर चक्की पड़ाव चंबा सड़क पर पहुंचना पड़ता है।

लोगों का कहना है कि गत रविवार को चक्की उपनदी में बाढ़ कार्ड चक्की पुल बंद नहीं किया था लेकिन सोमवार से आज दिन तक कोई बाढ़ नहीं थी तो भी इस पुल को बंद कर जनता को बिना किसी उचित कारण परेशान किया जा रहा है। बुधीजीवी समुदाय का कहना है कि भारत सरकार इस मुद्दे पर दोनों विभागों के खिलाफ जांच क्यों नहीं करवाती ?
संवाददाताः- विनय महाजन

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