उज्जवल हिमाचल। बिलासपुर
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। अपने ड्रीम प्रोजेक्ट बिलासपुर एम्स में ओपीडी का शुभारंभ करने पहुंचे बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले को पुलिस कर्मचारियों के परिजनों ने रोक दिया।
जिला बिलासपुर के दौरे पर पहुंचे जेपी नड्डा से मिलने वालों की भीड़ लग गई। लुहणू मैदान में हेलिकाप्टर से उतरने के बाद बाहर निकलते ही जेपी नड्डा को पुलिस कर्मियों के स्वजनों ने रोक लिया। पुलिसकर्मियों के परिवार के सदस्यों ने जेपी नड्डा को ज्ञापन पत्र सौंपा। पुलिस कर्मियों के स्वजन सुबह से ही इकट्ठे हो गए थे और इन्होंने लुहणू मैदान के पास घेरा बना लिया था, जैसे ही काफिला निकला तो स्वजन नड्डा की गाड़ी के पास आ गए और काफिला रोककर उन्होंने अपना ज्ञापन पत्र दिया। इस दौरान नड्डा ने गाड़ी का शीश डाउन कर प्रतिनिधिमंडल से बात की व उनका ज्ञापन लिया। पुलिस कर्मियों के स्वजन मांगों के समर्थन में हड़ताल कर रहे हैं। पुलिस कर्मचारियों को आठ साल के बाद नियमित कर्मचारी का वेतन मिलता है। इस भेदभाव के खिलाफ स्वजन सड़कों पर उतरे हैं।
बीते दिनों पुलिस जवान भी मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गए थे। लेकिन दोबारा कार्रवाई के डर से कोई आंदोलन पर या कोई ज्ञापन देने के लिए नहीं गया। अब पुलिसकर्मियों के स्वजन उनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए आंदोलनरत हो गए हैं।
एम्स बिलासपुर परिसर में प्रदेश भर से कई प्रतिनिधिमंडल पहुंचे हैं। एसएमसी अध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल भी बिलासपुर पहुंचा है। यहां करीब 100 लोग ज्ञापन देने के लिए पहुंचे। एसएमसी अध्यापकों की मांग है कि इन्हें भी नियमितीकरण के नीति के तहत लाया जाए।