डर के साये में रहने काे मजबूर गरीब परिवार

भूषण शर्मा। नूरपुर

नूरपुर की पंचायत बरंडा के गांव धारसेर के वार्ड-1 में स्लेटनुमा कच्चे मकान में रह रहे राकेश कुमार के मकान की दीवार बारिश की वजह से गिर गई। मकान गिरे लगभग 25 दिन हो गए हैं और पूरा परिवार डर के साए में बचे हुए और कभी भी गिरने वाले मकान में रह रहा है। राकेश अपनी पत्नी कंचन ओर दो छोटे बेटों सहित स्लेटनुमा कच्चे मकान में रह रहा है और दिहाड़ीदार मजदूर है।

राकेश जैसे-तैसे अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है। राकेश बीपीएल परिवार से संबंध रखता है। मकान की दीवार गिरने से राकेश को अपने परिवार की चिंता सता रही है। राकेश सिंह की पत्नी कंचन देवी ने रोते हुए बताया कि हमारा मकान बारिश के कारण टूट चुका है और अब एक कमरे में रह रहे हैं, जो कभी भी गिर सकता है। छोटे-छोटे बच्चों के साथ इस मकान में रह रहे हैं। पता नहीं कब मकान गिर जाए। डर-डर कर पूरा परिवार इस मकान में रह रहा है।

हमने सभी को बोला पर कोई सुनवाई नहीं हुई। हमारी इतनी भी हैसियत नहीं की मकान बना सकें। मेरी सरकार व प्रशासन से आग्रह है कि सरकार व प्रशासन हमारी समस्या का हल करें। पंचायत प्रधान संजीव ने बताया उन्हें मकान की दीवार गिरने की जानकारी मिली। उन्होंने मकान की फ़ोटो पटवारी को दे दी थी। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी मकान के लिए नाम डाल दिया है।

जब इसके बारे नूरपुर के तहसीलदार विपन वर्मा से बात की, तो उन्होंने बताया कि उन्हें जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत पटवारी को राकेश सिंह के घर के मौका करने के आदेश दिए। पटवारी ने मौके पर जाकर मौके का जायजा लिया और उसकी सारी रिपोर्ट तैयार कर दी गई है। सारी रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय भेज दी है और शीघ्र ही राहत राशि प्रदान कर दी जाएगी।