खुलेआम सड़कों किनारे पड़ी पीपीई किट, लाेगाें के लिए खतरा

अंकित वालिया। कांगड़ा

उपमंडल कांगड़ा की सबसे बड़ी पंचायत जोगीपुर के वार्ड-2 में फ्लोर मिल के पास सड़क के किनारे इस्तेमाल की हुई नीली पीपीई किट दिनभर लोगों के लिए खतरा बनी रही। इस तरह के लापरवाही के ऐसे और भी मामले अकसर देखे जा सकते हैं। ऐसा ही एक मामला पिछले महीने सकोह में देखने को भी मिला था। बता दें कि इस महामारी में जहां हर तरफ से सरकार और प्रशासन बार-बार लोगों को कोरोना के प्रति आगाह कर रहे हैं और जिला प्रशासन ने पंचायतों में कोरोना के प्रति पंचायत प्रतिनिधियों की खास ड्यूटी लगाई है।

वहीं, जोगीपुर पंचायत के वार्ड-2 में एक मामला सामने आया है। यहां सड़क किनारे इस्तेमाल की हुई नीली रंग की पीपीई किट किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फैंकी गई है। इस सड़क पर सुबह और शाम को स्थानीय लोग सैर के लिए भी निकलते हैं, यह लापरवाही जनता के लिए काेरोना के बीच लोगों को मुसीबत में डाल सकती है। बेसहारा पशु भी यहां पाए जाते हैं। यदि कोई पशु इसे खाता, तो उसके लिए भी यह खतरनाक साबित हाें सकती हैं।
इस बारे में एसडीएम कांगड़ा अभिषेक वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए बीएमओ त्यारा को तुरंत सूचित किया गया है।

इस संबंध में बीएमओ तियारा डॉ संजय भारद्वाज ने बताया कि एसडीएम कांगड़ा से शिकायत मिलने पर ब्लॉक फार्मासिस्ट आशीष और उन्होंने खुद आज मौके का दौरा किया। हमारे द्वारा सफेद कलर की पीपीए किट इस्तेमाल में लाई जाती है, जबकि यह नीली पीली किट है। ब्लॉक तियारा के पास उपलब्ध पीपीई किट सफेद रंग में हैं। हो सकता है कि यह किसी केमिस्ट शॉप (दवाई विक्रेता) से किसी अंजान व्यक्ति द्वारा खरीदी गई हो व इस्तेमाल के बाद लापरवाही से यहां फेंकी गई है। हमारे विभाग द्वारा इस्तेमाल की गई पीपीए किट में व्यक्ति का नाम मार्कर से लिखा जाता है, ताकि ऐसी घटना होने पर व्यक्ति की पहचान की जा सके। यहां इस्तेमाल की गई 2 पीपीई किट सड़क पर गिरी हुई मिली है, जो कि हमारे विभाग की तो नहीं है और न ही इन पर इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति की कोई जानकारी लिखी गई है।

उन्होंने जनता को चेतावनी दी कि पीपीई किट और उचित जैव चिकित्सा अपशिष्ट दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। महामारी अधिनियम के कारण आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत इस तरह का लापरवाही वाला कार्य दंडनीय है। कृपया एक जिम्मेदार नागरिक बने व इस्तेमाल की गई पीपीई किट को इस्तेमाल के तुरंत बाद जला दे। उन्होंने कहा कि सभी दवाई विक्रेता उपयोगकर्ताओं को पीपीई किट के डिस्पोजल के बारे में बेचते समय बताना जरूरी समझे। अन्यथा दवाई विक्रेताओं को भी निर्देश दिए जाएंगे की वह पीपीई किट बेचते समय संबंधित व्यक्ति का नाम उस पर लिख कर ही ग्राहक को इस्तेमाल के लिए बेचे।