उज्जवल हिमाचल। बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी इलाकों से जहां लैंडस्लाइड की खबरें सामने आ रही है तो वहीं लैंड स्लाइड के खतरे को देख लोक निर्माण विभाग बिलासपुर ने भी अपनी कमर कसना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि चंडीगढ़-मानली नेशनल हाइवे 205 स्थित कल्लर के समीप लैंड स्लाइड जोन घोषित है जहां पहाड़ों से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है।
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इसके साथ हो नैनादेवी व भाखड़ा रोड़ पर भी अकसर लैंड स्लाइड की खबरें सामने आती रही है जिसको लेकर पीडब्लूडी विभाग अब सजग हो गया है। एक ओर जहां नेशनल हाइवे स्थित पुलिस विभाग व लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्धारित ब्लैक स्पॉटस पर पैराफिट व क्रेश बैरियर लगाए जा रहे हैं, इसके साथ ही कल्लर लैंड स्लाइड एरिया की डीपीआर बनाकर प्रदेश सरकार को भेज दिया गया है और जैसे ही बजट का प्रावधान होगा टेंडर कर कल्लर लैंड स्लाइड एरिया की स्ट्रेंथनिंग करने का काम किया जाएगा।
इस बात की जानकारी देते हुए लोक निर्माण विभाग नैनादेवी के अधिशासी अभियंता गुरमिंदर सिंह राणा का कहना है कि पीडब्लूडी रेस्ट हाउस नैनादेवी के समीप बीते वर्ष लैंड स्लाइड हुआ था और काफी मात्रा में पहाड़ी से मलबा गिरा था जिसके बाद क्रेट वर्क किया गया मगर वह भी गिर गया जिसके बाद दुबारा क्रेट वर्क किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि कोला बाला टोबा से नैनादेवी मंदिर तक 16 किलोमीटर की सड़क की निर्माण के लिए फारेस्ट क्लिरेंस व भूमि अधिग्रहण का कार्य चला हुआ और इस सड़क की डीपीआर तैयार कर प्रदेश सरकार को भेज दी गयी है और आने वाले समय में वर्ल्ड बैंक द्वारा पैसा जारी होगा और एचपीआरआईडीसी के तहत इस सड़क का निर्माण किया जाएगा।