उज्जवल हिमाचल। नालागढ़
औद्योगिक क्षेत्र बद्दी स्थित स्माईलैक्स फार्मा कैम उद्योग में प्रतिबंधित दवाओँ को अवैध रूप से सप्लाई मामले का पंजाब पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पंजाब पुलिस की नारकोटिक्स व एसटीएफ टीमों की हिमाचल के बद्दी में फार्मा उद्योंगों में दबिश के बाद हड़कंप मचा है। पंजाब पुलिस की टीमें पिछले तीन दिनों से लगातार मामले की जांच में जुटी हुई है और पुलिस लाखों की संख्या में नशीली गोलियां व कच्चा माल भी रिकवर कर चुकी है। यह भी खुलासा हुआ है कि कंपनी ने आठ माह के अंदर करीबन 2 करोड़ दवाओं का निर्माण किया था।
नशीली दवाओं के मामले में पंजाब पुलिस की दबिश के बाद अब जांच दूसरी यूनिट बॉयोजेनेटिक ड्रग तक पहुंच गई है। बॉयोजेनेटिक ड्रग उद्योग में प्रतिबंधित दवा एल्पाजोलम का उत्पादन किया जाता था। पंजाब पुलिस के नारकोटिक्स सेल व एसटीएफ के साथ राज्य दवा नियंत्रक विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। टीम ने उक्त कंपनी से नशीली दवाओं व रिक़ॉर्ड को भी कब्जे में लिया है। राज्य दवा नियंत्रक विभाग हिमाचल ने बॉयोजेनेटिक ड्रग प्रबंधन को भी जांच के दायरे में लेकर सोमवार को नोटिस जारी कर दिया है और जवाब देने के निर्देश दिए है। राज्य दवा नियंत्रक विभाग की शुरूआती जांच में कंपनी प्रबंधन की भारी लापरवाही भी सामने आई है।
राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर का कहना है कि विभाग के द्वारा कंपनी प्रबंधन को नोटिस जारी कर दिया है और शुरूआती जांच में कुछ खामियां पाई गई है जिसके तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने साफ किया कि कंपनी के पास दवा निर्माण का लाईसेंस है लेकिन मामला पंजाब पुलिस ने प्रतिबंधित दवाओं को अवैध रूप से पकड़ने का किया है जिसकी जाच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में नशीली दवाइयां बरामद हुई थी जिसका किसी तरह का आरोपियों के पास दस्तावेज नही पाया था।