नरेश धीमान। याेल
क्षेत्र में पिछले कल डाढ में गुजरात के गांधीनगर से 32 युवक नगरोटा, नगरी व डाढ आदि गांव के आए हुए थे, जिनमें से 10 युवक डाढ के वार्ड-1 और 2 के थे, उसी कड़ी में आज एक युवक वार्ड-8 से अपनी टैक्सी करके हिसार से जब अपने घर डाढ पहुंचा, तो घर वालों ने उसे अलग से शेड बनाकर 28 दिनों तक क्वारन्टीन कर दिया। स्थानीय उपप्रधान ओंकार चंद ने बताया कि उक्त युवक अपनी बुआ के पास रहता है और उसके बुआ की बहू की डिलीवरी होने के कारण उसको अलग शेड बनाकर अलग से रखा गया है।
दूसरी बात यह भी है कि उनके पास मात्र दो ही कमरे, जिस कारण उसको अलग से क्वारन्टीन किया गया है। उसकी बुआ विमला देवी ने बताया कि उसे सुबह शाम हर खाने पीने की चीजें उपलब्ध करवाई जाएंगी, परंतु जब राहुल से इस बारे में बात की, तो उसका कहना था कि वहां पर हिसार में मुझे खाने पीने की दिक्कत हो रही थी, जिस कारण मुझे घर का रुख करना पड़ा और यहां से में टैक्सी करके तक (एचआर-88-1586) से मैं यहां आया हूं।
मैं स्थानीय प्रधान, प्रशासन तथा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आदेशों का पालन करूंगा और 28 दिनों तक बनाए गए शेड में ही रहूंगा, ताकि अगर किसी कारण बस कोई कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, जिससे अन्य स्थानीय लोगों को कोई परेशानी न हो, जब राहुल से पूछा गया कि आपका रास्ते में आते वक्त यहीं पर उसका मेडिकल चेकअप हुआ है, तो उसने इसके लिए मना कर दिया।
पुलिस वालों ने उनसे यह जानकारी ली कि आप कहां से आ रहे हैं और कहां जा रहे हैं। इसके अलावा मेरा कोई भी मेडिकल चेकअप नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि यह छाेटी-सी गलती कहीं भारी न पड़ जाए। उपप्रधान का कहना है कि मैंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचित कर दिया है, वह आज नहीं तो कल इसकी स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।