छोटी काशी मंडी में शाही अंदाज में निकली राज देवता माधोराय की दूसरी जलेब

उमेश भारद्वाज। मंडी

देव आस्था के महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी में राजदेवता माधोराय की दूसरी जलेब शनिवार को धूमधाम से निकली। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों पर देवलू और श्रद्धालु खूब झूमे। मधुर शहनाई की गूंज से छोटी काशी में माहौल देवमय हो गया। जलेब में राज देवता के अलावा प्रमुख देवी-देवताओं ने शिरकत की।

जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने राजदेवता माधोराय के मंदिर में पूजा अर्चना के बाद जलेब में भाग लिया। माधोराय की दूसरी जलेब का नेतृत्व रियासतकालीन देवताओं में गुरु और शिष्य के रूप में विख्यात देव छमाहूं और देव छांजणू ने की।

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सराज क्षेत्र के इन देवताओं में देव छमाहूं को शेषनाग का रूप माना जाता है। देव छांजणू को महाभारत कालीन घटोत्कछ का स्वरूप माना जाता है। दोनों देवताओं के नेतृत्व में मंडी रियासत के समय से शिवरात्रि की जलेब निकाली जाती है। दाेनों देवताओं के पीछे देव कोटलू नारायण, देव सरोली मार्कंडेय, देव शैटी नाग, देवी डाहर की अंबिका, देव विष्णू मतलोड़ा, देव मगरू महादेव, देव चपलांदू नाग, श्रीदेव बायला नारायण, देव बिटठु नारायण, देव लक्ष्मीनारायण पखरोल, चौहारघाटी के देव हुरंग नारायण, देव घड़ौनी नारायण, देव पशाकोट नारायण, देव पेखरू का गहरी, देव चुंजवाला शिव, देव तुंगासी ब्रम्हा, देवी सरस्वती महामाया, देवी नाऊ अंबिका के बाद राज माधव की चांदी की कुर्सी और उसके पीछे राजदेवता की पालकी चली। माधोराय की पालकी के पीछे देव शुकदेव डगाहंढु, देव शुकदेव मड़घयाल, देव जलौणी गणपति, देव शेषनाग टेपर, देव झाथीवीर और देव टूंडीवीर चले। ढोल नगाड़ों की ताल पर नाचते गाते हजारों देवलू जलेब में शामिल हुए।

 

जलेब माधो राय परिसर से तीन बजे निकली। करीब चार बजे पड्डल मैदान पहुंची। दूसरी जलेब में भी विभिन्न सांस्कृतिक दलों के कलाकार अपने-अपने क्षेत्र के परंपरागत पहनावे जलेब में शामिल हुए। मेला कमेटी के अध्यक्ष उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

इस मौके पर विधायक कर्नल इंद्र सिंह,जवाहर ठाकुर प्रकाश राणा, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, नगर निगम मंडी की महापौर दीपाली जसवाल, उपाध्यक्ष वीरेंद्र भट्ट एवं पार्षदगणों ने भाग लिया।