NPS के सहारे राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं राजन सुशांत: विनोद ठाकुर

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विनोद ठाकुर ने कहा कि राजन सुशांत की एन पी एस के सहारे राजनीति करने की चाल को जनता समझती है , जनता इसे राजन का न्यू पोलिटिकल स्टंट मान रही है। उन्होंने कहा हिमाचल की जनता ने राजन सुशांत को जांचा परखा और फिर नकारा है। जब वो सांसद थे, मंत्री भी थे और विधायक थे तो कर्मचारियों के साथ बदतमीजी से बात करते थे , उनके अपशब्दों के कई वीडियो उस समय वायरल भी हुए है ।

उन्होंने कहा 2003 से लेकर आज तक पेंशन स्कीम के बारे में कुछ नही कहा और आज बिना ब्लू प्रिंट के राजनीतिक बयान बाजी कर रहे हैं ,जो व्यक्ति विधायक और सांसद दो पेंशन ले रहा हो ,जिनकी धर्मपत्नी भी पेंशन ले रही हो ,वो पूर्व विधायक की पेंशन छोड़ने का भावनात्मक शोशा छोड़ केवल राजनीति ही तो चमकाने का प्रयास कर रहा है ।

डीएवी कॉलेज बनीखेत में ऑनलाइन एडमिशन फॉर्म भरने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें… 

उन्होंने कहा अपने राजनीतिक जीवन मे तानाशाह की तरह व्यवहार के कारण जनता द्वारा बार बार हराने के बाद एक बार फिर उनकी सक्रियता कई प्रश्न खड़ा करती है । कांग्रेस नेता जी एस बाली के तीसरे मोर्चे के गठन के बयान के बाद , आम आदमी पार्टी के टिकट से लोकसभा चुनाव हारे राजन सुशांत का सक्रिय होना कांग्रेस और आप की अंदरूनी राजनीति की साजिश हो सकती है, लेकिन हिमाचल में तीसरे मोर्चे के हश्र का सबको पता है।

उन्होंने कहा राजन सुशांत की हवाई योजनाओं का सभी को ज्ञान है , जो व्यक्ति आज तक एक भी लोकहित के एजेंडे को पूरा न कर सका वो लोगों को फिर से किसी नए मुद्दे पर गुमराह नही कर सकता है । राजन सुशांत ने चौथी नई पार्टी अलग अलग नामों से बनाई और हारने के बाद उसे गुमनामी के चौराहे में छोड़ दिया । नई पार्टी नए नाम से बनाने का राजन सुशांत प्रयास केवल गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए कर रहे हैं उन्हें न हिमाचल की चिंता है , न कर्मचारियों की ,वो केवल जी एस बाली के बयान से उत्साहित हो कर राजनीति चमकाने का प्रयास कर रहे हैं ।

उन्होंने कहा कि सवाल करना विपक्षी नेताओं की आदत बन चुकी है और इसी आदत के चलते पूछा जाता है कि किया क्या है और जब बताया जाए तो पूछते हैं कि किया क्यों है? उन्होंने कहा कि राजन शुशांत की यादाश्त कमजोर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रदेश में जयराम ठाकुर के मुख्यमंत्री बनने पर कहते थे कि यह सरकार कैसे चलेगी, वह लोग आज तक कहां थी केवल चुनाव करीब आने पर क्यों बाहर निकलते हैं।