सेंट्रल यूनिवर्सिटी पर लडऩे की जगह स्टैंड साफ करें नेता : राकेश चौधरी

सीएम जयराम ठाकुर और अनुराग ठाकुर के बीच मतभेद को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

उज्जवल हिमाचल। योल

हिमाचल में केंद्रीय विश्वविद्यालय पर मचे बवाल को समाजेवी राकेश चौधरी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। धर्मशाला उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस पार्टियों को कड़ी टक्कर देकर प्रदेश के सियासी मंच पर तेजी से उभरे राकेश चौधरी ने कहा कि देहरा दौरे के दौरान जिस तरह सीयू के मसले पर सीएम जयराम ठाकुर और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के बीच मंच पर मतभेद सामने आए हैं, वे हिमाचल जैसे राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।

शुक्रवार को यहां जारी बयान में राकेश चौधरी ने कहा कि पिछले 11 साल से हिमाचली नेताओं की इच्छाशक्ति में कमी के कारण सीयू जैसा बड़ा प्रोजेक्ट ठप पडऩा प्रदेश के लिए बड़ा नुकसानदायक साबित हुआ है। उन्होंने भाजपा के प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि कभी जावडेकर के स्तर का मंत्री जदरांगल में शिलान्यास करता है तो कभी शापहुर और देहरा में कैंपस बनाने की बात होती है। चौधरी ने कहा कि सीयू को कहीं भी बनाएं, इसका एक बड़ा कैंपस होना चाहिए। बाकी परिस्थितियों को देखकर आगे बढऩा चाहिए।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम-2009 के तहत यह बड़ा प्रोजेक्ट हिमाचल के हिस्से आया था। यह देश का एकमात्र एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जो पिछले 11 साल से अभी सामुदायिक भवन, सांस्कृतिक सदन, स्कूल भवन, बीएड कॉलेज भवन, निजी अस्पताल भवन व होटल भवन में चल रहा है। इससे बड़ा दुखद क्षण हिमाचल के लिए क्या हो सकता है। उन्होंने भाजपा की सरकारों से आग्रह किया है कि लाखों हिमाचलियों के हितों की खातिर इस प्रोजेक्ट को जल्द मुकम्मल करवाया जाए। अगर यह प्रोजेक्ट हिमाचल से छिनता है,तो प्रदेश की जनता कभी इन नेताओं को माफ नहीं करेगी। राकेश चौधरी ने प्रदेश के शीर्ष कांग्रेस नेताओं को भी नसीहत देते हुए कहा है कि वे अच्छे विपक्ष की भूमिका अदा करें।