उज्ज्वल हिमाचल। मंडी
प्रदेश मानसून सत्र के पहले दिन मंडी जिला के विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर के भाजपा विधायक राकेश जंवाल ने सूबे की कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। सदन में एक बाद एक शब्द बाणों से राकेश जंवाल ने सत्ता पक्ष को खरी-खोटी सुनाते हुए आपदा के समय राजनीति करने के साथ-साथ अधिकारियों और कर्मचारियों पर दबाब बनाने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
राकेश जंवाल ने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह सुख्खू द्वारा प्रदेश में हालात ठीक होने का बयान मीडिया में जारी करने पर सबसे पहले राष्ट्रीय कांग्रेस की महामंत्री प्रियंका गांधी बतौर पर्यटक पहुंची हैं। संवेदनशील सरकार के तौर पर बात करने वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार में दुर्गम क्षेत्रों से महिलाओं को कई किलोमीटर का सफर तय कर तहसील कार्यालय में तिरपाल देने के लिए बुलाया जा रहा है लेकिन पूरा दिन बैठने के बाद शाम को तिरपाल खत्म होने पर अगले दिन फिर से आने के लिए कहा जा रहा है।
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फोरलेन पर राहत सामग्री बांट कर सिर्फ फोटो खिचवाने का कार्य किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर में कांग्रेस नेताओं द्वारा फोरलेन पर राहत सामग्री बांट कर सिर्फ फोटो खिचवाने का कार्य किया जा रहा है। प्रभावितों को सात किलोमीटर तक पैदल चलाकर फोरलेन पर तिरपाल बांटे जा रहे हैं। राकेश जंवाल ने कहा कि कांग्रेस के हारे और नकारे नेताओं द्वारा राजनीति करते हुए अपने साथ एसडीएम तहसीलदार और पटवारी की फौज को घुमाकर समाचार पत्रों के लिए फोटो खिचवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्र के पहले दिन नियम 67 के तहत आपदा से हुए नुकसान पर चर्चा करने की मांग की गई।
लेकिन विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उनके सवाल को अनदेखा कर इस नियम के तहत चर्चा करने की अनुमति नहीं दी गई। जिसके बाद सदन से सभी विपक्षी विधायकों को वाकआउट करना पड़ा है। विधायक राकेश जंवाल ने कहा कि प्रदेश में आपदा से भारी नुकसान हुआ है लेकिन सत्तापक्ष नियम 67 के तहत चर्चा करने से बच रहा है। राकेश जंवाल ने सरकार से मांग की है कि आपदा से राहत के लिए कोई स्थायी नीति बना कर लोगों को सहायता प्रदान की जाए।