गुरुकुल स्कूल में हुई रामलीला, दिखाऐ गए राम के जीवन के कई दृश्य

दशहरा का पर्व पूरे भारतवर्ष में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

Ramlila took place in Gurukul school, many scenes from Ram's life were shown
गुरुकुल स्कूल में हुई रामलीला, दिखाऐ गए राम के जीवन के कई दृश्य

जोगिंद्रनगरः जिसमें से की प्रमुख राम को दशरथ के द्वारा बनवास भेजना तथा हनुमान का अशोक वाटिका में सीता से मिलन तथा अंत में राम रावण युद्ध इसमें श्री राम भगवान के रूप में यथार्थ लक्ष्मण के रूप में अंश तथा सीता के रूप में अपेक्षा हनुमान के रूप में विदवन और रावण के रूप में आदर्श मुख्य भूमिका में थे। जबकि राजा दशरथ सुजल, वह रानियां, अनामिका, अक्षिता, ने विभिन्न रूपों दर्शा, गए छोटे बच्चों ने आइसक्रीम स्टिक के जरिए भगवान राम और रावण की के रूप को दर्शाया।

प्रधानाचार्य सतीश ने बताया कि सभी बच्चों ने इसमें भाग लिया, तथा अपने धर्म, संस्कृति और इतिहास के बारे में जानकारी एकत्रित की स्कूल में इस तरह के सांस्कृतिक प्रोग्राम किए जाते हैं जिससे कि बच्चों में अपने धर्म व संस्कृति के बारे में ज्ञान हो प्रधानाचार्य ने यह भी बताया कि किस तरह भगवान राम ने अपने पिता की आज्ञा को मानते हुए अपने राजपाट वाले जीवन को छोड़कर 14 वर्ष वनवास के लिए चले गए, वहीं उन्होंने हनुमान के वर्णन करते हुए बताया कि किस तरह वह श्री राम के सच्चे भक्त थे। दशहरा का पर्व पूरे भारतवर्ष में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

संवाददाताः जतिन लटावा।

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।