रणबीर सिंह निक्का को मिल रहा जनसमर्थन विधायक राकेश पठानिया के लिए बन रहा परेशानी का कारण

प्रज्वल कालिया। नूरपुर

एक तरफ जहां 2022 में पूरे देश में चुनाव का माहौल बना हुआ है। यूपी, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में चुनावों का बिगुल बजा हुआ है। वहीं इस साल के अंत तक हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने संभंव हैं। जिसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जनता का समर्थन पाने की पूर्ण कोशिश कर रही हैं। अगर बात करें नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के बारे में तो यहां के मौजूदा विधायक वन मंत्री राकेश पठानिया को इस बार मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि इन दिनों विधानसभा क्षेत्र नूरपुर में भाजपा के ही कार्यकर्ता रणवीर सिंह निक्का चुनावी मैदान में उतर कर खुद को टिकट के प्रबल दावेदार मान रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए रणबीर सिंह निक्का युद्ध स्तर पर चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। निक्का को जनता का काफी समर्थन भी मिल रहा है।

पिछले काफी लंबे समय से निक्का भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं। लेकिन हर बार उन्हें पार्टी द्वारा टिकट नहीं दी गई। इस बार फिर निक्का राजनीतिक मैदान पर उतर कर भाजपा की तरफ से टिकट के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। निक्का पिछले कुछ दिनों से गांव-गांव में जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जिसमें उन्हें जनता का पूरा सहयोग मिलता दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी ओर नूरपुर के मौजूदा विधायक व प्रदेश वन मंत्री राकेश पठानिया के लिए उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा टिकट की मांग करना और चुनाव प्रचार करना उनके लिए भविष्य में कठिनाइयां पैदा कर सकता है। विधानसभा क्षेत्र नूरपुर में भाजपा पार्टी दो गुटों में बंटी हुई है। भाजपा के कुछ कार्यकर्ता रणवीर सिंह निक्का का पूर्ण समर्थन कर रहे वहीं पार्टी के कुछ कार्यकर्ता राकेश पठानिया के साथ खड़े हैं। पार्टी में पड़ी फूट को देखते हुए नूरपुर भाजपा मंडल की बैठक मंडल प्रधान कुलदीप पाठक की अध्यक्षता में संपन्न हुई थी। जहां बैठक में उपस्थित सुरदर्शन ठाकुर ने संगठन के महासचिव रणवीर सिंह निक्का पर आरोप-प्रत्यारोप किया।

ठाकुर ने बैठक में कहा कि नुरपुर जिला भाजपा संगठन के महासचिव रणवीर सिंह निक्का ने चार साल से इस पद पर रहते हुए संगठन की एक भी बैठक में भाग नहीं लिया। मीडिया व सोशल मीडिया पर रहकर पार्टी विरोधी गतिविधियों पर केवल बयान-वाजी ही नहीं अपितु सरकार के स्थानीय मंत्री के कार्यक्रमों का भी बहिष्कार किया था। वही इस बैठक में उपस्थित संगठन पदाधिकारियों की मौजूदगी में मण्डल अध्यक्ष कुलदीप पाठक ने सर्व-सहमति से एक प्रस्ताव प्रदेश भाजपा हाईकमान संगठन को भेजकर रणवीर सिंह निक्का के निलम्बन की गुहार एक जुट होकर की है। ठाकुर ने बैठक में कहा कि नुरपुर जिला भाजपा संगठन के महासचिव रणवीर सिंह निक्का ने चार साल से इस पद पर रहते हुए संगठन की एक भी बैठक में भाग नहीं लिया। मीडिया व सोशल मीडिया पर रहकर पार्टी विरोधी गतिविधियों पर बयान-वाजी ही नहीं अपितु सरकार के स्थानीय मन्त्री के कार्यक्रमों का भी बहिष्कार किया है। वहीं इस पर भाजपा जिला के महामंत्री रणवीर सिंह निक्का ने कहा कि भाजपा मंडल उनकी सदस्यता रद्द नहीं कर सकती है।

अगर ऐसा होता है तो वह जनता के दरबार में जाकर इंसाफ मांगेंगे क्योंकि उन्होंने भाजपा पार्टी को मजबूत करने के लिए अपना 10 साल का समय दिया है। उन्होंने कहां कि 2017 में वह टिकट के प्रबल दावेदारों में से एक थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गई और सरकार बनने पर कोई मान सम्मान भी नहीं मिला। उनका कहना है कि नूरपुर भाजपा मंडल एक बड़े नेता के इशारे पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझसे कुछ लोगों को खतरा हो गया है। निक्का ने कहा कि मेरा विरोध भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ है ना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ। एक तरफ जहां निक्का को पार्टी से निष्कासित करने की कोशिश की जा रही है वहीं दूसरी ओर निक्का को मिलते हुए जनसमर्थन से यह साफ प्रतीत हो रहा है कि अगर उनको भाजपा इस बार भी टिकट नहीं देती है तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं जोकि भाजपा और विधायक राकेश पठानिया के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।