उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
तीन दशक पूर्व चौ़गान में स्थित खेल स्टेडियम (Playground) के रूप में बनाए जाने का दौर तत्कालीन कैबिनेट मंत्री व प्रभावशाली कांग्रेसी नेता सत महाजन द्वारा देखा गया था। इस मैदान को सेना से वापस लेने के लिए पहले तो लंबा समय लगा तथा बाद में कभी सत्ता परिवर्तन तो कभी अन्य कारणों से इस खेल स्टेडियम को अस्तित्व में आते-आते करीब 3 दशक लग गए।कभी इसका शिलान्यास ब्रज राज स्वामी खेल स्टेडियम के नाम पर तो कभी राम सिंह पठानिया तो कभी मेहर चंद के नाम पर किया गया। इस स्टेडियम का गत सरकार के समय जून 2022 को तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा उद्घाटन कराया गया। करोड़ों रूपयों का स्टेडियम बन गया, पर्यटकों, स्टाफ व खिलाड़ियों का इसमें अभाव इस उद्घाटन के बाद इस खेल स्टेडियम में बैडमिंटन तथा बास्केटबॉल जैसी उच्च स्तरीय खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई।
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लेकिन इस स्टेडियम को स्थानीय प्रतिभाओं को निखारने के लिए विशेष मकसद के साथ बनाया गया था। अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। स्थानीय क्लब के अनुसार ना तो वहां पर नियमित खेलों के लिए जरूरी प्रशिक्षक नियुक्त किए गए और ना ही स्थानीय खिलाड़ी स्टेडियम का कोई लाभ उठा पा रहे हैं।
बताया जाता है कि इस स्टेडियम को सुचारू रूप से चलाए जाने के लिए गत सरकार द्वारा की गई नियुक्तियां वर्तमान सरकार के दिसंबर 2022 की अधिसूचना का शिकार हो गई है। विधानसभा में इस स्टेडियम बारे में यह मुद्दा युवाओं से लिए नूरपुर के मौजूदा भाजपा विधायक रणबीर सिंह निक्का ने भी उठाया।
इस संबंध में नूरपुर के विधायक रणवीर सिंह निक्का का कहना है कि तत्कालीन भाजपा सरकारी के खेल विभाग द्वारा इस स्टेडियम का संचालन करने के लिए जरूरी प्रशिक्षकों व स्टाफ का जो प्रावधान किया गया था। उसे वर्तमान सरकार द्वारा दिसंबर 2022 की एक अधिसूचना के साथ रद्द किए जाने की जानकारी सदन में मेरे द्वारा किए गए प्रश्न के जवाब में दी गई है। निक्का ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि यहां पर प्रशिक्षकों का स्टाफ की नियुक्ति तुरंत की जाए ताकि स्थानीय युवा यहां पर अपनी खेल प्रतिभा निखार सके।
संवाददाताः विनय महाजन
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