उज्ज्वल हिमाचल। नूरपुर
वरिष्ठ अधिकारी आरएस वर्मा ने नगर परिषद नूरपुर का अतिरिक्त कार्यभार संभाल लिया है। इस अवसर पर नगर परिषद के कांग्रेस पार्षदों ने स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने नगर परिषद के कर्मचारियों से बैठक कर विकास कार्यों व नगर परिषद के कार्यों की समीक्षा की। इस मौके पर वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी आरएस वर्मा ने पत्रकारों से अपनी प्राथमिकताओं के बारे बताया कि नगर परिषद नूरपुर में तेज गति से विकास करवाना और शहर को साफ- सुथरा बनाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि हर वार्ड में पार्षदों की प्राथमिकताओं पर 15- 15 लाख के विकास कार्य करवाए जाएंगे और इसके लिए संबंधित अधिकारियों को 15 दिन के भीतर एस्टीमेट बनाए जाने के निर्देश दे दिए है। इनमें किसी भी पार्षद को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नूरपुर शहर को साफ- सुथरा बनाए जाने के लिए कर्मचारी है और शहर को स्वच्छ बनाए जाने की दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने लोगों से शहर को साफ- सुथरा बनाने में नगर परिषद का सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि नगर हाल का जीर्णोद्धार किया जाएगा और इसे वातानुकूलित बनाया जाएगा ताकि इसका लोगों को लाभ मिले। उलीखनीय है कि आरएस वर्मा पहले भी नूरपुर नगर परिषद में अपनी प्रशासनिक सेवाएं जनता में दे चुके हैं भाजपा सरकार में इनको स्थानांतरण कर दिया गया था और व्यवस्था परिवर्तन सरकार में इनको अतिरिक्त पद पर तैनात किया है।
गौरतलब है कि नगर परिषद मे कुछ नगर पार्षदों की आपसी लागत बाजी के कारण इससे पहले तैनात आशा वर्मा को नूरपुर नगर परिषद से स्थानांतरित करने के लिए राजनीतिक दबाव डाला गया है जिसकी चर्चा क्षेत्र में चर्चित है कहीं यह मुद्दा कुछ ठेकेदारों के भुगतान को लेकर तो नहीं है? आने वाले नगर परिषद के चुनाव में इसका खूब यादव सत्ताधारी पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। इस मामले में नूरपुर भाजपा विधायक रणवीर सिंह निक्का का कहना है कि व्यवस्था परिवर्तन करने वाली सरकार अब महिलाओं पर भी स्थानांतरण की तलवार चलाने लगी है। इस सरकार से और क्या उम्मीद की जा सकती है जिसने महिलाओं को 1500 देने का वायदा चुनावी घोषणा पत्र में किया था। मौजूदा सरकार प्रदेश में नारी शक्ति हितेषी नहीं है।
संवाददाता : विनय महाजन